news fact- अंतरमहाविद्यालयीन तीन दिवसीय युवा उत्सव का नृत्य प्रतियोगिता के साथ समापन
उडिय़ो-उडिय़ो जाए रे म्हारो सूखडिय़ो…
ऊर्जा से भरे युवा, उमंग और उत्साह के साथ नृत्य कला की अभिव्यक्ति हुई। रानी दुर्गावती विवि के अंतर्गत अंतरमहाविद्यालयीन युवा उत्सव के अंतिम दिन समूह लोकनृत्य और एकल शास्त्रीय नृत्यों की प्रस्तुति हुई। गवर्नमेंट साइंस कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को देखने के लिए ऑडिटोरियम पैक रहा। हो रओ जंगल में नाच… गाने पर राई प्रस्तुत किया गया। हरियाणवी नृत्य ने खूब वाहवाही बटोरी। चुनरिया छोड़ो रसिया मोहे पनिया भरन को हो रई देर…. गाने पर अहीर नृत्य प्रस्तुत हुआ। गुजराती-राजस्थानी मिक्स गाने पर मटकी नृत्य पेश किया।
उडिय़ो उडिय़ो जाए रे म्हारो सूखडिय़ो… गाने पर नृत्य लाजवाब रहा। फिर लांगुरिया की प्रस्तुति ओ चरखी चल रही गीत से हुई, वहीं बुंदेली नरबदा मैया ऐसी तो बही रे… पर डांस हुआ। फोक डांस की कुल 13 प्रस्तुतियां हुईं। मंच पर नृत्य को और खूबसूरत बनाने के लिए बकायदा प्रॉप्स और सैट का भी इस्तेमाल किया गया। शुभारंभ रादुविवि कुलपति डॉ. केडी मिश्र और अतिरिक्तस संचालक डॉ. केएल जैन, प्रिंसिपल डॉ. एएल महोबिया की उपस्थिति में हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. अनिल वाजपेयी, डॉ. वर्षा अगलावे, डॉ. एसके श्रीवास्तव, डॉ. रवि कटारे, डॉ. जया वाजपेयी, डॉ. प्रीति डोंगरे, डॉ. शैलेंद्र श्रीवास्तव का सहयोग रहा। जजमेंट महेश सैनी, आराधना नायक, जुगल नामदेव ने की।
कथक से लेकर भरतनाट्यम
एकल शास्त्रीय नृत्यों की बात करें तो स्टूडेंट्स ने कथक, कुचिपुड़ी और भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी। एक्प्रेशन कमाल के रहे, वहीं इन नृत्यों के भावपक्ष और कलापक्ष ने भी मोह लिया। कुल आठ प्रस्तुतियां हुईं। समूह लोकनृत्य और शाीय एकल नृत्य में शासकीय विज्ञान महाविद्यालय विजेता रहा।
क्विज में दिखा नॉलेज
युवा उत्सव के अंतर्गत माता गुजरी कॉलेज में क्विज कॉम्पीटिशन हुए। पहला राउंड लिखित परीक्षा का था, जिसमें 27 प्रतिभागी शामिल हुए। दूसरा राउंड ओरल रहा, जिसमें 11 प्रतिभागी शामिल हुए। विद्यार्थियों ने जनरल नॉलेज, करंट अफेयर्स, शिक्षा, विज्ञान, फिल्मों से जुड़े प्रश्न पूछे गए। विनर ओमना मिश्रा रहे। कार्यक्रम प्रिंसिपल डॉ. विनीता कौर सलूजा के निर्देशन में हुआ। इस दौरान डॉ. वंदना तिवारी, डॉ. मीनल रहमान, राफेल परस्ते सहित अन्य की उपस्थिति रही।