उन्होंने मंगलवार को निर्वाचन आयोग को शिकायत भेजी। शहपुरा नगर परिषद के वार्ड 5 से कांग्रेस ने अनीता अशोक बर्मन को प्रत्याशी घोषित किया था। उन्होंने नामांकन जमा किया, लेकिन जाति प्रमाण पत्र नहीं लगाया। विधायक यादव ने बताया कि अनीता ने सोमवार सुबह जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कहा था, जो उन्होंने बनवाकर दिया था। लेकिन, शाम को अनीता के पति गायब हो गए। वे थाने गए और अपहरण की आशंका जताते हुए तलाश कराने की मांग की। विधायक ने थाने में धरना भी दिया। बाद में पता चला कि अशोक बर्मन पत्नी का नामांकन वापस करने का आवेदन देने के बाद गायब हुए थे।

प्रत्याशी अनीता बर्मन अपने पति के साथ नाम वापसी के लिए आई थीं। उन्होंने स्वेच्छा से इसके लिए आवेदन दिया था। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है। तीसरा कोई प्रत्याशी नहीं होने से भाजपा की उम्मीदवार निर्विरोध हो गई हैं।
- अनुराग सिंह, एसडीएम शहपुरा व रिटर्निंग अधिकारी
अनीता के पति के गायब होने की बात सामने आई थी। उसे ढूंढ़ा गया। वह थोड़ी देर में वापस आ गया। उससे पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि वह घूमने गया था।
- श्यामलाल वर्मा, थाना प्रभारी, शहपुरा
विधायक का आरोप पुलिस ने मिलने नहीं दिया
विधायक का कहना है कि दोनों से बात भी नहीं करने दी जा रही। उनका आरोप है कि भाजपा के दबाव में प्रत्याशी ने नाम वापस लिया। उन्होंने मामले की बारीकी से जांच करने की मांग निर्वाचन आयोग से की है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी नम: शिवाय अरजरिया को दी शिकायत में कहा कि चुनाव में धनबल, बाहुबल और शराब का खुलेआम उपयोग रहा है।