इस कार्यक्रम के साथ ही शहर में राजनीति का पारा चढ़ गया है। पीएम मोदी के दौरे के ठीक पहले कांग्रेस के इस मंच पर पार्टी के प्रमुख नेताओं की जुगलबंदी को राजनीति के जानकार प्रदेश में बन रहे नए सियासी समीकरणों से जोड़ रहे है। कार्यक्रम में कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, कपिल सिब्बल , दिग्विजय सिंह , कमलनाथ, विवेक तन्खा, अरुण यादव ने भाजपा के कामकाज को लेकर भी कइ गंभीर सवाल उठाएं है।
पीएम के लिए कहा
कांग्रेस नेता सिंधिया ने विधिक परामर्श कार्यक्रम में नोटबंदी और एटीएम में नोटों की कमी का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकारी रिजर्व बैंक का गला घोंट रही है। पीएम पर हमला बोलते हुए उन्हें संसद की सीढ़ी टेकने वाला प्रधान सेवक बताया। उन्होंने कहा कि आज चार न्यायधीश पूरी व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। व्यापम वो कांड है जहां गरीब को नहीं अमीर के बेटे को रिश्वत देकर नौकरी मिली। सिंधिया ने एटीएम में नोट नहीं निकलने का जिक्र करते हुए सरकार पर तंजा कसा। उन्होंने कहा एटीएम मतलब ही आएगा तभी मिलेगा।
अब हिसाब देने का वक्त है
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह न्याय जिसे सस्ता होना चाहिए वह ही सबसे महंगा हो गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ बोले कि विश्व में सबसे ज्यादा किसानों ने मप्र में की है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर किसान के बेटे के राज्य में किसानों को जान क्यों देना पड़ रहा है। कमलनाथ ने कहा कि अब घोषणाओं का वक्त चला गया है। शिवराज सरकार को अब हर बात का हिसाब-किताब देना पड़ेगा।