बढ़ा लोगों का भरोसा
आम लोग अब सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्क रहने लगे हैं। सिर्फ पुलिस और सुरक्षा गार्ड पर भरोसा नहीं रहा। घर-दुकान और दूसरे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो रहे चोर-बदमाशों के फुटेज जहां खुलासे में मददगार बन रहे हैं, वहीं आरोपितों के लिए अहम सबूत भी साबित हो रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे लगाने वाली फर्म के संचालक ऋषि नामदेव ने बताया कि कारोबार में डबल का उछाल आ चुका है। यह वर्ष २०१८ में और बढ़ेगा।
आंकड़े बोलते हैं
– पुलिस विभाग ने लगाए-६२५
-चौकियों-थानों व पुलिस कार्यालयों में लगे-१०५
-कलेक्ट्रेट, शक्तिभवन, नगर निगम, आईएसबीटी, आरटीओ सहित अन्य विभागों में-४०० से अधिक
– स्कूल बसों में-९५
यहां लगाए जा रहे
– शासकीय भवनों में आम लोगों की सहूलियत के लिए
-स्कूल कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए
-सार्वजनिक वाहनों में सुरक्षा के लिए
-दुकानों व प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए
-ट्रैफिक और अवांछनीय गतिविधियों पर निगरानी के लिए
-शहर में १५० से अधिक फर्म व एजेंसी सीसीटीवी लगाने का काम कर रही हैं
सस्ते प्लान्स का धमाल
इंटरनेट का इस्तेमाल आम लोगों की जरूरत बन चुका है। इंटरनेट ने ऑनलाइन सेवाओं को जहां सर्वसुलभ बना दिया है। वहीं, लेन-देन के तरीके में भी बड़े बदलाव की वजह बना है। सस्ते डाटा ने भी इंटरनेट को आम लोगों की पहुंच में ला दिया है। साइबर एक्सपर्ट बालेंदु शुक्ला के मुताबिक सभी शासकीय सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है। वर्ष २०१८ इंटरनेट के लिहाज से क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
आंकड़े बोलते हैं
-१० लाख मोबाइल कनेक्शनधारी
-सभी शासकीय विभागों में कई सेवाएं ऑनलाइन
-दो लाख से अधिक लोग ऑनलाइन बैकिंग व नागरिक सेवाओं में इस्तेमाल कर रहे हैं
-चार लाख लोग औसतन ३०० एमवी डाटा प्रतिदिन यूज कर रहे हैं
-रजिस्ट्री, राजस्व जमा, परिवहन सेवा, लोक सेवा केंद्रों, टैक्स में सभी काम ऑनलाइन है
इस क्षेत्र में उपयोगी
-शासकीय सेवाओं के उपयोग में पारदर्शिता लाने में
-त्वरित भुगतान करने में
-इंटरनेट एजूकेशन में
-सूचनाओं के आदान-प्रदान में
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ये वीडियो कांग्रेस नेता राजू मिश्रा की हत्या का है जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुँच पाई थी –