इसी आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए सोमवार को ग्वारीघाट तट पर जल सत्याग्रह किया जा रहा है। इसमें मझौली पाटन के किसानों सहित ग्रामीण भी शामिल हो रहे हैं। यह एक सांकेतिक धरना है लेकिन जल्द ही सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया तो विधानसभा क्षेत्र के लोगों द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। जल सत्याग्रह में जनपद पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष अवस्थी नगर परिषद अध्यक्ष साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे हैं।
उल्लेखनीय है कि जबलपुर जिले में साल 2017 की बारिश औसत से भी कम हुई है। जिसके चलते जिले की मंझोली पाटन तहसीलों में सबसे ज्यादा खेती प्रभावित हुई है। किसानों की खड़ी धान की फसलें भी सूख गई। बारिश ना होने के कारण किसान परेशान हो रहे हैं। इन्हीं की परेशानियों को विधायक नीलेश अवस्थी द्वारा विधानसभा सहित सरकार तक पहुंचाया गया फिर भी सरकार ने इन तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित नहीं किया है। अवस्थी ने यह भी आरोप लगाया कि तहसीलों सूखाग्रस्त करने में इसलिए भी सरकार संकोच में है। क्योंकि यहां कांग्रेस विधायक मौजूद है। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश सरकार जनता के बजाए अपनों और अपने नेताओं की चिंता करती हैं।