Rail ट्रैक की निगरानी में तैनात किए जाएंगें ठेका श्रमिक
जबलपुरPublished: Nov 12, 2019 06:50:40 pm
ट्रैक की निगरानी के लिए ठेका श्रमिकों को तैनात करने की तैयारी
जबलपुर, जबलपुर रेल मंडल के लगभग 1800 किलोमीटर रेल ट्रैक की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रायवेट ठेकाकर्मियों के भरोसे होगी। इसके लिए जबलपुर रेल मंडल के इंजीनियरिंग विभाग ने तैयारियां शुरू कर दीं हैं। चार माह के लिए ठेका कर्मियों को तैनात किया जाएगा। वे रात के वक्त ट्रैक में पेट्रोलिंग करेंगें। हालांकि उनके साथ रेलवे का पेट्रोलमैन रहेगा, लेकिन फिर भी यह ट्रैक, ट्रेन और यात्रियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
एक नजर में
1800 किलोमीटर ट्रैक की निगरानी
04 माह तक काम करेंगें ठेका श्रमिक
300 रुपए तक प्रतिदिन का किया जाएगा भुगतान
11 बजे रात से सुबह 06 बजे तक करेंगें पेट्रोलिंग
450 ठेका श्रमिकों के जिम्मे होगी निगरानी
जानकारों की माने तो रेलवे पेट्रोलमैन की कमी से जूझ रहा है, इसके चलते ऐसा किया जाता है। लेकिन पेट्रोलमैन की तरह इन ठेका श्रमिकों के पास न तो ट्रेनिंग होती है और न ही काम का अनुभव। ऐसे में यह ठेका श्रमिक केवल नाम मात्र के लिए पेट्रोलिंग करते हैं। जबकि कुछ समय पूर्व होमगार्ड जवानों को इस काम के लिए तैनात करने की बात कही गई थी, लेकिन उसे नजर अंदाज कर दिया गया।
ट्रैक के लिए ठेका श्रमिक इसलिए खतरनाक
– ट्रैक की निगरानी का अनुभव नहीं
– ट्रैक निगरानी की कोई ट्रेनिंग नहीं
– कैसे क्रेक पकड़ते या तलाशते हैं जानकारी नहीं
– चूंकि ठेका पर इसलिए करते हैं मनमानी
– तय पेट्रोलिंग की जगह कम पेट्रोलिंग करते हैं
– यदि कोई घटना हो जाए, तो जिम्मेदारी नहीं होती तय
चार माह के लिए ठेका
नवंबर से फरवरी तक पडऩे वाली ठंड में ट्रैक क्रेक के मामलों में बढ़ोत्तरी हो जाती है। ऐसे में कोई हादसा न हो, इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जाती है। आम दिनों में यह काम पेट्रोलिंगमैन करते हैं, लेकिन ठंड के समय ठेका श्रमिकों को भी उनके साथ तैनात कर दिया जाता है। हालांकि इसमें पेट्रोलमैन को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
वर्जन
ठंड में ट्रैक क्रेक के मामले बढ़ते हैं। ऐसे में ट्रैक की सुरक्षा को और संजीदा ढंग से करने के लिए ठेकाकर्मियों को तैनात किया जाता है। ये पेट्रोलमैन के साथ तैनात किए जाते हैं।
मनोज सिंह, मंडल रेल प्रबंधक, जबलपुर रेल मंडल