… और एमपी में ढोंगी
उन्होंने कहा केन्द्र में मोदी, यूपी में योगी और मध्यप्रदेश में सबसे बड़े ढोंगी हैं। आयोजन में उमड़ी भीड़ से उत्साहित सिंधिया ने कहा कि ये शंखनाद है कि मप्र में परिवर्तन की बयार शुरू हो गई है। उन्होंने शेर पढ़ते हुए कहा‘बादलों की जिद है जहां बिजलियां गिराने की, हमारी भी जिद है आशियां वहीं बनाने की, अगर उसूलों पर आए तो टकराना जरूरी है, अगर जिंदा हो तो जनता का नजर आना जरूरी है’।
सडक़ों पर मौत के गड्ढे
सिंधिया ने कहा सीएम 14 साल उडऩ खटोले से हवाई जहाज से चलते थे। उडनख़टोले में 20 हजार फीट ऊंचाई से 20 फीट का गड्ढा भी उन्हें कंक्रीट की सडक़ के जैसा लगता है। यहां कोई सडक़ नहीं गड्ढा मौत के अड्डे हैं। आलीशान गद्देदार मनोरंजन से भरपूर बस से दौरे कर रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा दिल्ली में मोदी, यूपी में योगी और एक मध्यप्रदेश में ढोंगी है। उन्होंने मंदसौर की घटना को लेकर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सीएम को ढोंगी तक कह डाला। उन्होंने कहा मंदसौर क ांड के बाद संकल्प लिया है कि माला तब तक नहीं पहनूंगा जब तक प्रदेश से भाजपा की सरकार का बोरिया बिस्तर न बांध दूं माला नहीं पहनूंगा।
राम मंदिर पर भी घेरा
सिंधिया ने किसान व मतदाता को अपना भगवान बताया। उन्होंने कहा भगवान राम का मंदिर बनाने के नाम पर राजनीति करने वाले आज तक मंदिर निर्माण की तारीख नहीं बता पा रहे हैं। सिंधिया परिवार ने देश में 65 मंदिर बनाए, लेकिन कहीं झगड़ा नहीं हुआ। भगवान राम का मंदिर तो नहीं बनाया लेकिन गोंडसे का मंदिर जरूर बना डाला, यही भाजपा का असली चेहरा है। इससे पूर्व सिंधिया मंच पर पहुंचे तो सभी कुर्सियां भरी हुईं थीं, वे मंच पर नीचे बैठ गए, उन्होंने पदाधिकारियों को संकेतों में अनुशासन का पाठ पढ़ाया। सभा में विधायक तरुण भनोत, नीलेश अवस्थी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष दिनेश यादव, ग्रामीण अध्यक्ष राधेश्याम चौबे, डॉ सत्येन्द्र यादव, रिंकू तिवारी, राजेश पटेल, संजय यादव, अयोध्या तिवारी, राजेश तिवारी, कदीर सोनी, नरेश सराफ, आलोक मिश्रा, आलोक चंसोरिया, राममूर्ति मिश्रा, अरविंद पाठक समेत अन्य कांग्रेस नेता व भारी संख्या में लोग शामिल रहे।
बुआ की नाराजगी का समर्थन
सिंधिया ने सरकार को लेकर बुआ यशोधरा राजे की नाराजगी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कांग्रेस में आना उन की सोच पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा मेरी दादी राजमाता के नाम पर बीजेपी खड़ी हुई उन की तस्वीर लगाना भूलना यह बीजेपी रीत है।