गुप्तेश्वर मुक्तिधाम के सुनील पुरी गोस्वामी ने बताया कि पहले की तुलना में लोग लॉकर्स में अस्थियां कम रख रहे हैं। अधिकांश स्थानीय लोग खारीघाट व नर्मदा के अन्य घाटों में विसर्जित कर रहे हैं। जबकि बाहर के लोग ही लॉकर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। ग्वारीघाट मुक्तिधाम के गोलू पुरी गोस्वामी का कहना है कि अधिकांश स्थानीय लोग खारीघाट में ही अस्थियां विसर्जन कर रहे हैं। दूसरे स्थानों के लोग इन्हें लॉकर्स में रखकर अपनी सहूलियत के लिहाज से विसर्जन कर रहे हैं।