तीसरी लहर से पहले बड़ा काम
कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच आरटीपीसीआर टेस्ट क्षमता बढऩे से मरीजों को फायदा मिलेगा। वर्तमान में नौ सौ नूमने की क्षमता होने के बावजूद चौबीस घंटे लगातार कार्य करके लैब में पंद्रह सौ नमूने तक प्रतिदिन जांच की गई है। इसके बावजूद नमूने की जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिल पा रही थी। अस्पताल के अलावा आसपास के जिलों से नमूने आने से बैकलॉग था। अब क्षमता बढऩे से लैब में ज्यादा संख्या में नमूने जांचें जा सकेंगे। रिपोर्ट जल्दी मिलने पर संक्रमण की रोकथाम की कार्रवाई भी ज्यादा प्रभावी हो सकेगी।
कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच आरटीपीसीआर टेस्ट क्षमता बढऩे से मरीजों को फायदा मिलेगा। वर्तमान में नौ सौ नूमने की क्षमता होने के बावजूद चौबीस घंटे लगातार कार्य करके लैब में पंद्रह सौ नमूने तक प्रतिदिन जांच की गई है। इसके बावजूद नमूने की जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिल पा रही थी। अस्पताल के अलावा आसपास के जिलों से नमूने आने से बैकलॉग था। अब क्षमता बढऩे से लैब में ज्यादा संख्या में नमूने जांचें जा सकेंगे। रिपोर्ट जल्दी मिलने पर संक्रमण की रोकथाम की कार्रवाई भी ज्यादा प्रभावी हो सकेगी।
चिकित्सा शिक्षा विभाग की मंजूरी
वायरोलॉजी लैब में नए उपकरणों की स्थापना के साथ ही जांच के लिए आवश्यक मानव श्रम भी चिकित्सा शिक्षा विभाग ने स्वीकृत किया है। इससे अब एक ही पाली में एक साथ परीक्षण करने वाले चिकित्सक एवं टेक्नीशियन की दो टीम जांच कार्य कर सकेंगी। इससे नमूने की जांच में तेजी आएगी। शनिवार को लैब के शुभारंभ अवसर पर एनएससीबीएमसी के डीन डॉ. पीके कसार, अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजेश तिवारी, लैब इंचार्ज डॉ. रीति सेठ उपस्थित थीं।
वायरोलॉजी लैब में नए उपकरणों की स्थापना के साथ ही जांच के लिए आवश्यक मानव श्रम भी चिकित्सा शिक्षा विभाग ने स्वीकृत किया है। इससे अब एक ही पाली में एक साथ परीक्षण करने वाले चिकित्सक एवं टेक्नीशियन की दो टीम जांच कार्य कर सकेंगी। इससे नमूने की जांच में तेजी आएगी। शनिवार को लैब के शुभारंभ अवसर पर एनएससीबीएमसी के डीन डॉ. पीके कसार, अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजेश तिवारी, लैब इंचार्ज डॉ. रीति सेठ उपस्थित थीं।