इन सामग्री का उपयोग
इंजीनियर अभिनव सिंह ने बताया कि सेनेटाइज गेट बनाने के लिए पाइप, स्प्रे नॉब और मोटर का उपयोग किया गया है। गेट से गुजरने पर मोटर चालू करते ही पाइप में भरा सेनेटाइजर छिद्र से व्यक्ति पर पड़ता है। इससे चंद सेकंड में पूरा शरीर सेनिटाइज होकर वायरस मुक्त हो सकता है। उन्होंने गेट से गुजरते समय हेलमेट का उपयोग करने की सलाह दी है। गेट को बनाने में 10 हजार रुपए खर्च आया है। इसकी लागत और कम की जा सकती है।
– विदेशों से आया आइडिया
इंजीनियर अभिनय सिंह ठाकुर के अनुसार सेनेटाइज गेट बनाने का आइडिया विदेशों से आया है। इसे बनाने में घरेलू उपकरणों का उपयेाग किया गया है। इसे कहीं भी इस्तेमाल कर पूरी बॉडी को सेनिटाइज किया जा सकता है।
इंजीनियर अभिनव सिंह ने बताया कि सेनेटाइज गेट बनाने के लिए पाइप, स्प्रे नॉब और मोटर का उपयोग किया गया है। गेट से गुजरने पर मोटर चालू करते ही पाइप में भरा सेनेटाइजर छिद्र से व्यक्ति पर पड़ता है। इससे चंद सेकंड में पूरा शरीर सेनिटाइज होकर वायरस मुक्त हो सकता है। उन्होंने गेट से गुजरते समय हेलमेट का उपयोग करने की सलाह दी है। गेट को बनाने में 10 हजार रुपए खर्च आया है। इसकी लागत और कम की जा सकती है।
– विदेशों से आया आइडिया
इंजीनियर अभिनय सिंह ठाकुर के अनुसार सेनेटाइज गेट बनाने का आइडिया विदेशों से आया है। इसे बनाने में घरेलू उपकरणों का उपयेाग किया गया है। इसे कहीं भी इस्तेमाल कर पूरी बॉडी को सेनिटाइज किया जा सकता है।