नर्मदा समृद्धि कॉरिडोर भी अटका
निगम के पिछले बजट में नर्मदा समृद्धि कॉरिडोर सबसे बड़ा प्रावधान था। इसके तहत तिलवाराघाट से भटौली तक लगभग साढ़े नौ किलोमीटर में गुजरात के साबरमती रिवर फ्रं ट की तर्ज पर 750 करोड़ की लागत से नर्मदा समृद्धि कॉरिडोर का विकास होना है। इसके लिए प्रदेश सरकार 150 करोड़ रुपये का प्रावधान कर चुकी है। शहर विकास के लिहाज से ये प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण है।
निगम के पिछले बजट में नर्मदा समृद्धि कॉरिडोर सबसे बड़ा प्रावधान था। इसके तहत तिलवाराघाट से भटौली तक लगभग साढ़े नौ किलोमीटर में गुजरात के साबरमती रिवर फ्रं ट की तर्ज पर 750 करोड़ की लागत से नर्मदा समृद्धि कॉरिडोर का विकास होना है। इसके लिए प्रदेश सरकार 150 करोड़ रुपये का प्रावधान कर चुकी है। शहर विकास के लिहाज से ये प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण है।
हर विधानसभा में स्मार्ट सड़क
हर विधानसभा में एक सड़क को स्मार्ट सड़क के रूप में विकसित करने का भी पिछले बजट में प्रावधान किया गया था। इसके तहत निगम सीमा की सभी विधानसभा में एक-एक सड़क का चौड़ीकरण करने के साथ ही सेंट्रल लाइटिंग की भी व्यवस्था की जाना थी। पिछले दो साल में इस योजना पर काम किया गया है। निगम इस साल भी हर विधानसभा में एक-एक सड़क को स्मार्ट बनाने की योजना पर काम कर सकता है।
हर विधानसभा में एक सड़क को स्मार्ट सड़क के रूप में विकसित करने का भी पिछले बजट में प्रावधान किया गया था। इसके तहत निगम सीमा की सभी विधानसभा में एक-एक सड़क का चौड़ीकरण करने के साथ ही सेंट्रल लाइटिंग की भी व्यवस्था की जाना थी। पिछले दो साल में इस योजना पर काम किया गया है। निगम इस साल भी हर विधानसभा में एक-एक सड़क को स्मार्ट बनाने की योजना पर काम कर सकता है।
निगम के चुनाव कब तक होंगे फिलहाल तय नहीं है, ऐसे में शहर विकास को लेकर निगम क ा नया बजट भी संभव नहीं है। कभी भी ऐसे हालात बनने पर पिछले बजट को आधार बनाकर उसी के आधार पर व्यवस्था का संचालन किया जाता है।
डॉ. दिनेश कोष्टा, सेवानिवृत्त सचिव, ननि
डॉ. दिनेश कोष्टा, सेवानिवृत्त सचिव, ननि