जानकारी के अनुसार विक्टोरिया अस्पताल में शुक्रवार को उपचार के दौरान भानतलैया निवासी एक युवक की मौत हो गई। युवक को कोरोना संदिग्ध बताया जा रहा था। युवक नमूने कोरोना टेस्ट के लिए भेजे गए थे। एनआइआरटीएच से जांच रिपोर्ट आने के पहले ही युवक ने दम तोड़ दिया। अस्पताल प्रबंधन ने संदिग्ध होने के बावजूद शव परिजनों को सौंप दिया। कुछ देर बाद चूक उजागर हुई तो आनन-फानन में संबंधित थाना क्षेत्र में फोन करके शव को वापस अस्पताल की मरचुरी में लाने के प्रयास हुए। पुलिस जब तक मृतक के घर पहुंची परिजन करियापाथर श्मशान घाट में युवक का अंतिम संस्कार करके लौट चुके थे। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक कार्यालय के एक कर्मी की मौत के बाद शव मरचुरी से परिजनों को सौंपे जाने के बाद उसकी छानबीन को लेकर अफरा-तफरी मची। इधर, दमोहनाका स्थित एक निजी अस्पताल से एनएससीबी मेडिकल कॉलेज रेफर की गई एक वृद्धा की कैजुअल्टी में जांच के दौरान मौत हो गई। कोरोना संदिग्ध अधारताल निवासी इस महिला के नमूने एनआइआरटीएच भेजे गए हैं। शव को मेडिकल अस्पताल की मरचुरी में रखा गया है।
…तो एक दिन पहले हो जाते क्वारंटाइन
फरार एनएसएस कैदी को नरसिंहपुर जिले से लेकर आने वाली पुलिस टीम सहित कुछ अन्य पुलिस कर्मियों के नमूने रेंडम सेम्पलिंग के तहत गुरुवार को ही जांच के लिए भेजे गए थे। लेकिन भोपाल से करीब सौ नमूने भेजे जाने के कारण एनआइआरटीएच में जबलपुर के नमूने की जांच में विलंब हुआ। गढ़ा सीएसपी के लगातार बैठकों और गश्ती के कारण क्षेत्र के कई टीआइ और पुलिस कर्मी उनके सम्पर्क में रहे है। इनमें से के नमूने भी जांच के लिए भेजे गए है।
ग्रामीण क्षेत्रों में राउंडअप सर्वे-
शहर में कंटनमेंट जोन के साथ ही घनी आबादी वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग ने सर्वे शुरु कर दिया है।
एक अधिकारी के ऑफिस में अधिकारियों के नमूने लिए- विक्टोरिया अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराने के लिए आए कुछ पुलिस अधिकारियों का अस्पताल के एक अधिकारी के कक्ष में बैठाकर नमूने लिए गए।
रिपोर्ट आने से पहले शिफ्टिंग- भोपाल से शहर लौट रहे चार युवक और एक युवती को पाटन में इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन किया गया था। इसमें एक युवक शुक्रवार को जांच में पॉजीटिव आया है। इसके साथ एक ही कमरे में उसके चार दोस्त भी करीब सात दिन से क्वारंटाइन थे। संक्रमण की आशंका देखते हुए उनके नमूने भी लिए गए है। लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही शुक्रवार की शाम को इन तीन युवक और एक युवती सहित वहां छात्रावास में क्वारंटाइन से लौटै 14 और लोगों को सुख सागर आइसोलेशन सेंटर शिफ्ट किया गया।