जबलपुर के ग्वारीघाट मुख्य मार्ग पर गणेश मंदिर के पास स्थित इमली के वर्षों पुराने की पेड़ की आग तो बुझाई नहीं जा सकी, एक-एक कर टहनियों को काट डाला गया। टहनियों को काटे जाने के बाद नगर निगम के दमकल अमले ने खोखले पेड़ में फिर अंदर की ओर पानी की बौछार की, इसके बावजूद आग नहीं बुझी। इसके बाद निगम के उद्यान विभाग की टीम ने पेड़ को काट दिया। पेड़ में तीन दिन के दौरान लगभग 44 घंटे में 5 बार आग लगी। हर बार स्थानीयजनों की सूचना पर निगम का दमकल अमला मौके पर पहुंचा। दमकल वाहनों से पानी की बौछार कर आग बुझाने की कोशिश की गई। तत्काल तो पेड़ से धुआं निकलना बंद हो जाता था। लेकिन कुछ घंटे के बाद पेड़ में फिर आग धधक उठती थी। आखिरकार हरे-भरे पेड़ की आग बुझाने का तरीका ढूंढने के बजाय उद्यान विभाग ने पेड़ को काट दिया।
इमली के पेड़ की टहनियां काट दिए जाने के बाद भी सोमवार को शाम 5.30 के लगभग फिर आग लग गई। निगम का दमकल अमला मौके पर पहुंचा, पानी की बौछार की गई। इस दौरान पेड़ में बार-बार आग लगना पूरे शहर में चर्चा का विषय बना रहा। पेड़ को काटने के दौरान भी मौके पर बड़ी संख्या में लोग इक_े हो गए थे।
नगर निगम फायर ब्रिगेड सहायक अधीक्षक राजेंद्र पटेल ने बताया कि तीन दिन के दौरान पेड़ में आग लगने की जब भी सूचना आई है, निगम के अमले ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई। लेकिन पेड़ में कुछ घंटो बाद फिर पेड़ में आग लग जा रही थी। जिसके बाद उद्यान विभाग ने पेड़ की टहनियों का काट दिया। पेड़ का लगभग सात फीट ऊं चा तना छोड़ दिया गया है, जिसमें शाम को फिर आग लग गई थी, सूचना पर दमकल वाहन भेजकर आग बुझाई गई।