घटना के बाद छात्रावास के कुछ छात्रों ने पुलिस को जानकारी दी थी कि भागवत की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। इसके चलते उसने आत्महत्या कर ली। मृतक के भाई प्रहलाद ने मेडिकल के पांच पीजी छात्रों पर भागवत को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताडि़त करने के आरोप लगाकर सनसनी फैला दी। भागवत का शव मेडिकल के छात्रावास में एक अक्टूबर को पाया गया था। डॉ. भागवत देवांगन खुदकुशी मामले में पांच सीनियर छात्रों को आरोपी बनाया गया। इनमें विकास द्विवेदी, अमन गौतम, सलमान, शुभम शिंदे, अभिषेक गेमे शामिल हैं। इन पर भागवत को प्रताडि़त करने, रैगिंग करने के आरोप हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपियों की ओर से जमानत की अर्जियां पेश की गईं।