जिले में 15-18 वर्ष के आयु वर्ग में कोवैक्सीन की डोज दी गई थी। लेकिन इस बार बच्चों के लिए नई कंपनी की वैक्सीन उपयोग की जाएगी। 12-14 वर्ष के बच्चों (कक्षा छठीं से आठवीं) को बायोलॉजिकल (ई) कंपनी के कॉर्बेवैक्स वैक्सीन लगाई जाएगी। ये कंपनी बच्चों को जन्म के बाद समय-समय पर लगाए जाने वाले अन्य टीके भी बनाती है। जिसका उपयोग बच्चों के नियमित टीकाकरण में किया जाता है।

बुधवार से शुरू हो रहे कोरोना टीकाकरण के नए चरण में वर्ष 2008 से 2010 के बीच जन्म लेने वाले बच्चों को कोरोना टीका लगाने का निर्णय हुआ है। इसमें वर्ष 2010 में जन्मेें बच्चों को टीकाकरण केन्द्र में अपना जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। 12 वर्ष से कम उम्र होने पर बच्चों को कोरोना टीका फिलहाल नहीं लगाया जाएगा। 14 वर्ष से ज्यादा उम्र होने पर भी बच्चे को कॉर्बेवैक्स की डोज नहीं दी जाएगा। संबंधित को कोवैक्सीन का डोज लगाया जाएगा।
प्रत्येक सेंटर में ओआरएस का पैकेट
वर्तमान में गर्मी को देखते हुए प्रत्येक टीकाकरण केन्द्र में ओआरएस घोल के पैकेट रखने के निर्देश दिए गए हैं। गर्मी में बच्चों के डिहाईड्रेशन के शिकार होने का खतरा रहता है। उल्टी-दस्त एवं अन्य समस्या हो सकती है। इसलिए जरूरत होने पर बच्चों को ओआरएस घोल तुरंत उपलब्ध हो सकें, ये सुनिश्चित करने का निर्देश हैं। स्कूलों से कहा गया कि है कि वे अभिभावकों को बताए कि बच्चों को खाली पेट टीका लगाने के लिए ना भेजें।
बाकी सब कुछ पहले की तरह
12-14 वर्ष बच्चों के टीकाकरण के लिए बाकी प्रक्रिया पहले की तरह ही होगी। कोरोना टीका लगवाने के लिए ऑनलाइन के साथ ही मौके पर पंजीयन की सुविधा दी जा रही है। सरकारी और निजी, दोनों स्कूलों में अलग-अलग तारीख में कक्षा 6 से 8 के छात्र-छात्राओं के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। पहले की तरह ही हाथ के ऊपरी हिस्से वैक्सीन का इंजेक्शन लगेगा। कॉर्बेवैक्स की पहली डोज लगाने के 28 दिन बाद वैक्सीन का दूसरा डोज लगाने की पात्रता होगी।
150 स्कूलों में बुधवार को कॉर्बेवैक्स की डोज
12-14 वर्ष के बच्चों के लिए अभी दो दिनी (बुध व गुरुवार) टीकाकरण कार्यक्रम तय किया गया है। शुरू में दो सौ से ज्यादा बच्चों वाले स्कूलों को टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। करीब 150 स्कूलों में बुधवार को कॉर्बेवैक्स की डोज लगाई जाएगी। दो सौ से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों में भी वैक्सीन लगाई जाएगी। आगे के टीकाकरण के दिन और केंद्र भी निर्धारित कर टीका लगाया जाएगा।
- डॉ. शत्रुघन दाहिया, जिला टीकाकरण अधिकारी

2008-2010 के बीच जन्मे बच्चों को लगेगी कॉर्बेवैक्स
14 वर्ष से ज्यादा उम्र होने पर कोवैक्सीन की डोज लगेगी
12 वर्ष से कम उम्र होने पर टीका अभी नहीं लगाया जाएगा
गर्मी की छुट्टी से पहले फुल वैक्सीनेटेड
होली के अवकाश के बाद सोमवार से स्कूल खुल रहे हैं। कक्षा 6 से 8 वाले ज्यादातर स्कूल 30 अप्रैल तक खुले रहेंगे। 1 मई से गर्मी की छुट्टियां रहेंगी। इसके कारण स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल शिक्षा विभाग के साथ मिलकर 30 अप्रैल तक बच्चों के फुल वैक्सीनेशन (दोनों डोज) की तैयारी की है।
आधा घंटा स्कूल में ही रहेंगे
बच्चों को किसी दवा, भोजन, किसी टीके से कोई एलर्जी हुई हो या बुखार एवं अन्य कोई बीमारी है, तो कोरोना वैक्सीन का डोज नहीं लगाया जाएगा। जिन बच्चों को कोरोना टीका लगेगा, उन्हें एहतियातन उसके बाद आधा घंटा तक संबंधित केन्द्र में रहना है। डोज के बाद घबराहट या कोई रिएक्शन महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श और नजदीकी हॉस्पिटल में भेजना होगा।