मिलती है सुरक्षा
महिला वकीलों से हुई चर्चा में सामने आया कि महिला वर्ग द्वारा वकालत के व्यवसाय को अपनाने की मुख्य वजह इससे जुड़ी सुरक्षा की भावना है। वकालत करने वाली महिला के संपर्क काफी व्यापक हो जाते हैं। इससे उसमें आत्मविश्वास की भावना आती है।
मदद की भावना भी ले आई
बीते कुछ वर्षों में कुछ महिला वकीलों ने इस व्यवसाय को इंसाफ के लिए भटक रहे लोगों की मदद करने की भावना से भी अपनाया है। उनका कहना है कि वकालत में वे दूसरों को न्याय तो दिला ही सकती हैं, उनके साथ भी कोई अन्याय करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता।
यह व्यवसाय अन्य व्यवसायों की तुलना में निरापद लगा। इसमें निहित सुरक्षा व समाजसेवा को देखते हुए इसे अपनाया है।
– प्रियंका मिश्रा, अधिवक्ता
इस क्षेत्र में पुरुषों के वर्चस्व के बावजूद मैंने इसे अपने लिए चुना। क्योंकि जहां चुनौती हो, वहीं सफलता होती है।
–शांति तिवारी, अधिवक्ता
फैक्ट फाइल
वर्ष – प्रदेश में पंजीकृत महिला वक ील
२०१२ – ४१६
२०१३ -६५३
२०१४ – ६५७
२०१५ – ६१५
२०१६ – ५४१
२०१७ – ६२०
२०१८ – ७५९
२०१९ – ९०० लगभग