फार्म हाउस में बैठी थी बुक
पुलिस टीम चीनी के फार्म हाउस पहुंची, तो पता चला कि चीनी के फार्म हाउस के बाजू में स्थित बबलू रूपाली के फार्म हाउस में बुक बैठी है। पुलिस वहां पहुंच पाती, इसके पूर्व बुक में सट्टा लिख रहे आरोपी वहां से चंपत हो गए। पुलिस ने मौके से चौकीदार को पकड़ा। पूछताछ में उसने अपना नाम चौकीताल निवासी अशोक सेन बताया। उसने बताया कि 17 नवंबर से आकाश नामदेव, राजेश और अंकित लोधी वहां बैठकर क्रिकेट का सट्टा लिख रहे थ। उसने यह भी कबूला कि चीनी ने उन तीनों लडक़ो को वहां भेजा था। चौकीदार अशोक ने भी इस बुक में बैठने की बात कबूली, तो पुलिस टीम ने उसे भी दबोच लिया।
पुलिस को चकमा देकर भागे बाप बेटे
इधर पुलिस की दूसरी टीम ने चीनी के घर पर दबिश दी। पुलिस ने दरवाजा खटखटाया, तो दमोह निवासी अनिकेत साहू ने दरवाजा खोला, पुलिस टीम अंदर पहुंची, लेकिन तब तक चीनी और उसका बेटा पर्व वहां से चंपत हो गए। टीम ने देखा कि वहां अनिकेत सट्टा लिख रहा था। अनिकेत ने कबूला कि चीनी और उसका बेटा भी उसके साथ वहां बैठते थे।
रोजाना लाखों का लेनदेन, मशीन से गिनते थे रकम
पुलिस टीम ने वहां से नोट गिनने वाली एक एक मशीन भी जब्त की। जांच में यह बाता समाने आई कि क्रिकेट के सट्टे पर रोजाना लाखों रुपए का लेनदेन होता था। कई बार नौबत यह आ जाती थी कि लेनदेने की रकम को गिनने के लिए मशीन का सहारा लेना पड़ता था। चीनी क्रिकेट सट्टे की लाइन खुद भी बोलता था। मामले में बबलू रूपाली की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस ने मामले में चीनी, उसके बेटे पर्व समेत तीन गुर्गों को आरोपी बनाया है, लेकिन बबलू रूपाली का नाम एफआईआर में नहीं लिया गया, जबकि पुलिस सूत्रों की माने तो बबलू की चीनी के साथ पार्टनरशिप थी।
पवन जैन उर्फ चीनी और उसका बेटा पर्व व उनके गुर्गें क्रिकेट का सट्टा लिखते थे। बबलू रूपाली के फार्म हॉऊस और पवन जैन के घर पर छापा मारा गया। वहां से मोबाइल, लैपटॉप समेत सट्टे की रकम की लिखापढ़ी जब्त की गई है। पवन उसके बेटे पर्व समेत पांच आरोपियों की तलाश के लिए टीमें लगाई गई हैं।
– सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी