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रेलवे के 20 अधिकारियों से एक साथ साइबर ठगी

locationजबलपुरPublished: Jun 05, 2019 01:54:45 am

Submitted by:

santosh singh

जालसाजों ने ऑनलाइन खरीदी से लेकर ई-वॉलेट में 10 लाख की रकम ट्रांसफर किया, स्टेट साइबर सेल में दर्ज हुआ मामला

cyber cheating

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जबलपुर. साइबर अपराधियों ने रेलवे के 20 अधिकारियों को झांसा देकर उनके खाते खाली कर दिए। उन्होंने मंडल रेल कार्यालय वाणिज्य विभाग में कार्यरत टीसी से ऊपर के अधिकारियों को टार्गेट बनाया। रेलवे अधिकारियों के खाते से पैसे निकलने के मैसेज आए, तब फर्जीवाड़े की भनक लगी। एक के बाद एक अधिकारियों के साथ ठगी की शिकायतों के बाद हडक़म्प की स्थिति बन गई। रेलवे के एक अधिकारी की शिकायत पर स्टेट साइबर सेल ने मामला दर्ज कर प्रकरण जांच में लिया।
एटीएम कार्ड के अंक वेरीफाई करने का दिया झांसा
रेलवे में मुख्य टिकट निरीक्षक राजेंद्र कुमार डेहरिया ने स्टेट साइबर सेल को बताया कि उनका खाता बैंक ऑफ इंडिया सतना में है। रविवार शाम 5.19 बजे लगातार 6289111195, 8013531706 से कॉल आ रहे थे। कॉल करने वाले ने खुद का नाम अरुण श्रीवास्तव बताते हुए कहा कि वह डीआरएम कार्यालय से बोल रहा है। उनके एटीएम कार्ड के अंक वेरीफाई करने के लिए चाहिए। क्योंकि, पे-स्लिप अपडेट करनी है। इसके बाद उसने कुछ और जानकारी ली। फिर खाते से 49500 रुपए और दो बार में पांच-पांच हजार रुपए निकाल लिए।
अवकाश के दिन बनाया ठगी का शिकार
जालसाजों ने रविवार दोपहर तीन से पांच बजे के बीच डीआरएम कार्यालय वाणिज्य विभाग का नाम से सभी को सीयूजी फोन पर कॉल किया। सभी को पे-स्लिप अपडेट करने, पैन कार्ड, आधार आदि अपडेट करने का झांसा देकर एटीएम की जानकारी मांगी और उनके खाते से रकम निकाल लिया। बैंक से मैसेज आने के बाद अधिकारियों को ठगी की जानकारी मिली। सोमवार को विभाग में पहुंचे अधिकारियों ने आपस में चर्चा की, तो पता चला कि इस तरह कई लोगों के पास फोन आए। इसके बाद रेलवे में हडक़म्प मच गया।
ऑनलाइन खरीदी से लेकर ई-वॉलेट में रकम ट्रांसफर
ठगी का शिकार हुए अधिकारियों के खाते से जालसाजों ने करीब 10 लाख रुपए निकाले हैं। इसमें से अधिकांश के खाते से रकम ऐप आधारित पेटीएम और अन्य वॉलेट में ट्रांसफर की गई है। ऑनलाइन ई-कॉमर्स साइट से भी खरीदी की गई है। स्टेट साइबर सेल ने रेलवे में मुख्य टिकट निरीक्षक राजेंद्र कुमार डेहरिया की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। उनके खाते से वॉलेट में ट्रांसफर की गई रकम को फ्रीज करा दिया गया है।
झारखंड से जुड़ा ठगी का तार
रेलवे अधिकारियों को चपत लगाने वाले जालसाजों का तार झारखंड के जामताड़ा से जुड़ रहा है। अधिकतर रकम एक बैंक खाते से दूसरे और तीसरे में ट्रांसफर कर निकाली गई है। साइबर सेल ने पीडि़त के बैंक खातों की डिटेल लेकर रकम ट्रांसफर होने वाले खातों की जानकारी मांगी है। रेलवे में एक साथ इतने अधिकारियों के साथ हुई ठगी से हडक़म्प मचा हुआ है।
रेलवे पहले ही कर चुका है आगाह
रेलवे हेडक्वार्टर की ओर से पहले ही सभी कर्मचारियों को एडवाइजरी जारी की गई थी। इसमें उन्हें अपने खाते से सम्बंधी कोई भी जानकारी किसी को फोन पर बताने से मना किया गया था। कहा गया था कि इस तरह की जानकारी यदि विभाग को चाहिए होगी, तो पत्राचार के माध्यम से मांगी जाएगी।

 

 

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