नागरिक उड्डयन मंत्रालय में हाल ही में एक बैठक हुई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि जब तक विमान सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरेंगें उन्हें बंद रखा जाएगा। इसमें स्पाइस जेट को खास इंतजाम करने के निर्देश भी दिए गए। जबकि डुमना एयरपोर्ट में आने और जाने वाले सर्वाधिक विमान स्पाइस जेट के हैं और कई बार से विमान हादसे का शिकार भी हो चुके हैं। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
थाना और चौकी दोनों दूर
एयरपोर्ट की सुरक्षा की बात की जाए, तो सुरक्षा के नाम पर यहां चंद पुलिस जवानों की तैनाती है। एयरपोर्ट से थाने की दूरी लगभग चार से पांच किलोमीटर है, वहीं चौकी एक किलोमीटर दूर है। ऐसे में यदि कोई आपत स्थिति बने, तो पुलिस को पहुंचने में ही यहां घंटो का समय लग जाएगा। इतना ही नहीं रात के वक्त इसकी सुरक्षा कुछ पुलिस जवान और प्रायवेट एजेंसी के सुरक्षाकर्मी के भरोसे रहती है।
बाउंड्री वॉल भी अधूरी
बाउंड्री वॉल के निर्माण के बाद एयरपोर्ट पूरी तरह सुरक्षित हो जाएगा, यह दावा बार-बार किया गया, लेकिन दो-दो ठेका कंपनियों को ठेका देने क बावजूद आज तक एयरपोर्ट की बांउड्री वॉल का निर्माण पूरा नहीं हो सका।
डुमना आने-जाने वाले विमान सभी मानकों को पूरा करते हैं। किसी में कमी नहीं है।
मनोज सिंह, डायरेक्टर, एयरपोर्ट
विस्तारीकरण की योजना
– 419 करोड़ रुपए सम्पूर्ण विस्तार कार्य की लागत
– 2021 तक पूरा होना है काम
यह है हकीकत
– स्वीकृत राशि का आधा भी नहीं हो सका खर्च
– 2019 तक 20 से 25 प्रतिशत ही हुआ कार्य
विस्तारीकरण की योजना
– 75 यात्री क्षमता की है वर्तमान टर्मिनल बिल्डिंग
– 500 यात्री क्षमता की होगी विस्तार के बाद टर्मिनल बिल्डिंग
– 9000 वर्ग फीट है टर्मिनल बिल्डिंग का क्षेत्रफल
यह है हकीकत
– टर्मिनल बिल्डिंग का मैप तैयार कर लिया गया है
– टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण नहीं पकड़ सका जोर
रनवे का विस्तारीकरण
– 1988 मीटर लम्बा है रन-वे
– 4738 मीटर लम्बा होगा विस्तार के बाद रन-वे
– 206 करोड़ रुपए से हो रहा रन-वे का निर्माण
यह है हकीकत
– दो विमान एक साथ उतर सकें और एक साथ उड़ान भर सकें, इसलिए रनवे बनाए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक रनवे में फिलिंग ही शुरू हो पाई है। अन्य कार्य पूरा होने में लंबा समय लग सकता है।
केस:- 01
कब:- 27 जून 2018
मामला:- डीवीओआर हुआ खराब
स्थान:- डुमना एयरपोर्ट
विवरण:- 27 जून की रात एयरपोर्ट का डीवीओआर सिस्टम खराब होने से एयरपोर्ट को क्लोज कर दिया गया था। यह 48 घंटे बाद दोबारा शुरू हो सका।
केस:- 02
कब:- 02 अगस्त 2018
मामला-इमरजेंसी लेंडिंग
फ्लाइट:- स्पाइस जेट
विवरण:- 02 अगस्त को स्पाइस जेट की हैदाराबाद फ्लाइट ने उड़ान भरी। विमान हवा में पहुंचा ही था कि उसमें तकनीकी खराबी आ गई। तत्काल उसकी इमरजेंसी लेंडिंग कराई गई। उस वक्त कहा गया था कि विमान का दरवाजा खुला रह गया था।
केस:- 03
कब:- 23 जून 2018
मामला:- फ्लाइट हुई खराब
फ्लाइट:- जूम एयरलाइंस
विवरण:- जूम की दिल्ली जाने वाली फ्लाइट में अचानक खराबी आ गई। विमान कई दिनों तक डुमना में खड़ा रहा। इसके बाद विमान डुमना एयरपोर्ट से उड़ा और फिर दोबारा यहां नहीं आया। इसके बाद जूम ने इस मार्ग पर विमान सेवाएं ही बंद कर दीं।
केस:- 04
कब:- 04 दिसंबर 2015
मामला:- क्रैश हुआ एयरक्राफ्ट
फ्लाइट:- स्पाइस जैट
विवरण:- स्पाइस जैट की फ्लाइट मुंबई से डुमना एयरपोर्ट आई। फ्लाइट लैंड हो रही थी। वह रनवे पर पहुंची ही थी कि अचानक फ्लाइट के सामने सूकर आया और उससे टकरा गया। जिस कारण फ्लाइट रनवे से उतर गई थी। यात्री बाल-बाल बचे थे। इसके बाद एयरपोर्ट का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था।
फैक्ट
रोजाना आने-जाने वाली औतसन यात्री:- 800
एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात पुलिस:- 40
कहां कौन सी फ्लाइट
स्पाइस जेट:- हैदराबाद, अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली
इंडिगो:- हैदराबाद
एयर इंडिया:- दिल्ली