जबलपुर

dangerous cannon देश की प्राइवेट कंपनी ने बनाई खतरनाक तोप, मप्र में गरजी तो थर्राई धरती

निजी कम्पनी को पहली बार मिली फायरिंग की अनुमति, कई राउंड की फायरिंग

जबलपुरSep 29, 2020 / 11:59 am

Lalit kostha

cannon gun

जबलपुर। अभी तक देश की आयुध निर्माणियों में बने उत्पादों का परीक्षण करने वाले लॉन्ग पू्रफ रेंज (एलपीआर) खमरिया में अब निजी क्षेत्र ने भी प्रवेश कर लिया है। इसकी शुरुआत भारत फोर्ज की 155 एमएम 39 कैलीबर अल्ट्रा लाइट होवित्जर आर्टलरी तोप से हो रही है। सोमवार को एक तोप का परीक्षण किया गया। कुछ राउंड की फायरिंग के बाद सेना को अवगत कराया जाएगा। अभी यहां शारंग व लाइट फील्ड गन का नियमित परीक्षण चल रहा है।

एलपीआर में अल्ट्रा लाइट होवित्जर तोप का परीक्षण
24 से 39 किमी की मारक क्षमता वाली यह तोप एलपीआर लाई गई है। इसे निजी क्षेत्र की रक्षा उत्पादन कंपनी भारत फोर्ज ने तैयार किया है। अब इसका परीक्षण किया जा रहा है। इसके लिए रक्षा मंत्रालय की इकाई एलपीआर का उपयोग किया जा रहा है। इस काम के लिए कंपनी के विशेषज्ञ भी यहां पर पहुंचे हैं। यह पहला मौका है जब निजी क्षेत्र की इतनी बड़ी कंपनी की किसी तोप का परीक्षण यहां पर किया जा रहा है।

 

रक्षा मंत्रालय ने बनाई पॉलिसी
रक्षा मंत्रालय की वर्ष 2016 की पॉलिसी के तहत एलपीआर का उपयोग तोप के परीक्षण के लिए किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि इसके लिए राजस्व भी प्रबंधन को हासिल होगा। अभी एलपीआर में 155 एमएम 45 कैलीबर शारंग तोप का परीक्षण चल रहा है। गन कैरिज फैक्ट्री और वीकल फैक्ट्री जबलपुर में बनी शारंग तोप का परीक्षण यहां किए जाने के बाद सेना को सौंपी जा चुकी है। पूर्व में 155 एमएम 45 कैलीबर धनुष तोप की बैरल का परीक्षण भी एलपीआर में किया गया था।

कोरोना के कारण टली फायरिंग
एलपीआर में इस तोप की फायरिंग सोमवार से शुरू हो गई। सूत्रों ने बताया कि करीब 50 राउंड फायर किए जाने हैं। इनमें कुछ राउंड से फायर किया गया, लेकिन बाद में इसे रोक दिया गया। बताया जाता है कि एक अधिकारी के कोरोना पॉजिटिव निकलने के कारण परीक्षण स्थल को सेनेटाइज किया जाएगा। इसलिए अगले कुछ समय के लिए इसे स्थगित किया गया है।

 

संयुक्त संघर्ष समिति ने किया विरोध
इस बीच एलपीआर निजी क्षेत्र की कंपनी की तोप के परीक्षण को संयुक्त संघर्ष निर्माणी बचाओ समिति ने विरोध किया है। समिति के सदस्यों ने आरोप लगाया कि इसी कंपनी की तोप का पोकरण में परीक्षण किया गया था। उसी दौरान घटना होने से सैनिक घायल हुए थे। अब उसी कंपनी की तोप यहां लाई गई है। समिति के अरुण दुबे, रामप्रवेश और राकेश शर्मा का कहना है कि निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए गुपचुप तरीके से उत्पादों का परीक्षण कराया जा रहा है। अर्नब दासगुप्ता, आनंद शर्मा, राजेंद्र चढ़ारिया, अमित चौबे, पुष्पेंद्र सिंह, प्रेमलाल सेन, गौतम शर्मा, अखिलेश पटेल, रोहित सेठ, राकेश जायसवाल ने कहा कि इस परीक्षण पर रोक लगाई जानी चाहिए।

निजी क्षेत्र की कंपनी भारत फोर्ज के द्वारा मेक इन इंडिया के तहत तैयार की गई 155 एमएम 39 एमएम यूएलएच तोप का परीक्षण किया जा रहा है। यह एलपीआर के लिए सकारात्मक संकेत है। हमने शारंग और धनुष तोप का सफल परीक्षण किया था। अब निजी कंपनियों की गन के लिए सरकार की पॉलिसी के तहत परीक्षण के रास्ते खोले गए हैं।
– ब्रिगेडियर निश्चय राउत, कमांडेट, एलपीआर खमरिया

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