नर्मदा के किनारों पर चेतावनी बोर्ड न कोई रोक, गर्मी से राहत पाने के लिए तटों पर उमड़ रही भीड़
नर्मदा घाटों में से ग्वारीघाट, तिलवाराघाट ऐसी जगह बन गई हैं, जहां नियमित रूप से लोग आते-जाते हैं। भेड़ाघाट में बाहर से आने वाले पर्यटकों का ही आना-जाना होता है। दोनों घाटों की स्थिति यह है कि यहां सुबह से लेकर देर रात तक लोगों आते-जाते हैं। इन जगहों पर स्नान के साथ नर्मदा पूजन-अर्चन भी किया जाता है।
घाटों पर चेतावनी बोर्ड नहीं- नर्मदा के इन घाटों पर गर्मी में पानी कम होने से कई ऐसी गहरी खाईयां हैं, जिसे स्थानीय लोग या प्रशासनिक लोग ही जानते हैं। ऐसी जगहों से अनजान लोग स्नान आदि करते हैं, जो खतरनाक साबित हो सकता है। इन जगहों पर चेतावनी बोर्ड नहीं लगाए गए हैं, जबकि नर्मदा में चोई भी फैली हुई है।
गार्ड की निगरानी नहीं
घाटों की स्थिति यह है कि यहां लोगों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड लगाए गए हैं लेकिन घाटों पर गार्ड नजर नहीं आते हैं। घाटों पर बने चैकपोस्ट सूने पड़े हैं। जानकार कहते हैं कि यहां गार्ड आते जरूर हैं लेकिन कुछ देर रुकने के बाद वे गायब हो जाते हैं।
ये हो चुके हें हादसे
– हाल ही में एक युवक तिलवारा के पुराने पुल से छलंाग लगाने के दौरान डूब गया।
– भेड़ाघाट में सेल्फी लेते समय एक युवती फिसल कर पानी में गिर गई थी।
– ग्वारीघाट में टापू की ओर नहाते समय युवक पानी में डूब गया था।
– जमतरा पुल के समीप नहाते समय युवक गहरे पानी में चला गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
घाटों पर सुरक्षा की ²ष्टि से प्रशासन ने जाली आदि लगाई गई है। भेड़ाघाट में चेतावनी बोर्ड भी लगाया है। पुलिस निगरानी रखती है।
– गोपाल खांडेल, एएसपी