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सिंचाई कम होने के साथ गिरी बिजली की मांग

locationजबलपुरPublished: Jan 19, 2020 07:19:14 pm

Submitted by:

virendra rajak

प्रदेश में मांग पहुंची साढ़े 11 हजार मेगावॉट

Farming News

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वर्तमान में प्रदेश में बिजली की मांग-11500 मेगावॉट
जबलपुर. सिंचाई कम होने के साथ ही प्रदेश में बिजली की मांग में गिरावट आने लगी है। 31 दिसम्बर के मुकाबले 19 जनवरी को बिजली की मांग में तीन हजार मेगावॉट गिरावट दर्ज की गई। आने वाले दिनों में सिंचाई पूरी तरह से खत्म होने पर मांग का ग्राफ साढ़े नौ से दस हजार मेगावॉट तक पहुंचने का अंदाजा लगाया जा रहा है।
31 दिसम्बर को तोड़ा था रिकॉर्ड
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (इंदौर व उज्जैन सम्भाग)- 5624 मेगावॉट
मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (भोपाल व ग्वालियर सम्भाग )- 5020 मेगावॉट
मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (जबलपुर, सागर व रीवा सम्भाग)-3682 मेगावॉट
14 हजार से अधिक थी मांग
वर्ष 2019 के अंतिम दिन 31 दिसम्बर ने मध्यप्रदेश में बिजली की अधिकतम मांग 14 हजार 326 मेगावॉट दर्ज की गई। बिजली की अधिकतम मांग बढऩे का मुख्य कारण प्रदेश में किसानों को 10 घंटे बिजली सप्लाई हुई। पिछली बार रबी सीजन में बिजली की अधिकतम मांग पांच जनवरी 2019 को 14089 मेगावॉट दर्ज हुई थी।
दिसम्बर में बढ़ा, जनवरी में कम
वर्ष 2019 में नवम्बर तक बिजली की मांग सामान्य थी। कारण था, प्रदेश में अच्छी बारिश होना। दिसम्बर से मांग का ग्राफ बढऩे लगा। पहले तो प्रदेश में बिजली की मांग नौ हजार पहुंची, इसके बाद सप्ताह दर सप्ताह आंकड़ा बढ़ा और वर्ष के आखिरी दिन बिजली की मांग ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। जनवरी के दूसरे सप्ताह के बाद से मांग का ग्राफ लगातार गिरने लगा।

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