फिर बिगड़ेंगे हालात
पिछले साल चिकनगुनिया के शुरुआती मरीजों की अनदेखी से संक्रमण ने पूरे शहर को चपेट में ले लिया था। इस वर्ष भी सरकारी रेकॉर्ड में डेंगू के मरीज गिने-चुने ही मिल रहे हैं। जबकि निजी अस्पतालों में जांच में पॉजीटिव मिल रहे डेंगू पीडि़तों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में फिर से हालात बिगडऩे का अंदेशा बढ़ गया है।
शहर में स्थिति
100 से ज्यादा अस्पताल, मेडिकल सहित चार सरकारी अस्पताल शामिल
30-40 प्रतिशत मरीज मेडिसिन में, ओपीडी में कुल पंजीकृत मरीजों में से
20 से अधिक संदिग्ध मरीज प्रतिदिन जांच में आ रहे सामने
01 से ज्यादा मरीज औसतन प्रतिदिन संदिग्धों में डेंगू पॉजीटिव मिल रहे हैं
पिछले साल चिकनगुनिया के शुरुआती मरीजों की अनदेखी से संक्रमण ने पूरे शहर को चपेट में ले लिया था। इस वर्ष भी सरकारी रेकॉर्ड में डेंगू के मरीज गिने-चुने ही मिल रहे हैं। जबकि निजी अस्पतालों में जांच में पॉजीटिव मिल रहे डेंगू पीडि़तों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में फिर से हालात बिगडऩे का अंदेशा बढ़ गया है।
शहर में स्थिति
100 से ज्यादा अस्पताल, मेडिकल सहित चार सरकारी अस्पताल शामिल
30-40 प्रतिशत मरीज मेडिसिन में, ओपीडी में कुल पंजीकृत मरीजों में से
20 से अधिक संदिग्ध मरीज प्रतिदिन जांच में आ रहे सामने
01 से ज्यादा मरीज औसतन प्रतिदिन संदिग्धों में डेंगू पॉजीटिव मिल रहे हैं