Arms Demonstration: मैदान पर दिखा धनुष के शौर्य का जलवा, मिसाइलें भी बेमिसाल, देखें वीडियों
वेस्टलैण्ड स्थित सुभाष ग्राउंड में हो रहा चारों फैक्ट्रियों के आयुधों का प्रदर्शन, तीन नए उपकरण की भी लॉन्चिंग
Published: 09 Feb 2018, 09:03 PM IST
जबलपुर। वेस्टलैण्ड स्थित सुभाष ग्राउंड में शहर के चारों फैक्ट्रियों के संयुक्त तत्वावधान में आयुष प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया। इस दौरान जहां विभिन्न फैक्ट्रियों द्वारा बनाए गए बमों, ट्रक, मिसाइल और टैंक पाट्र्स का डिसप्ले किया गया, वहीं धनुष का शौर्य भरा डिमोन्सट्रेशन भी दिया गया। प्रदर्शनी में परम्परागत बमों के साथ इस साल 7 पैनल्स की एक नई वैरायटीज को भी शामिल किया गया है। इसमें तीन नए उपकरणों को भी लांच किया जा रहा है।
ऐसा पहली बार
कार्यक्रम का उद्घाटन करने हुए जीएम एके अग्रवाल ने कहा कि इस तरह की चारों फैक्ट्रियों द्वारा आयोजन पहली बार किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य शहरवासियों को देश के शौर्य से अवगत करवाना है। उन्होंने बताया कि इसमें वीएफजे द्वारा 6 प्रोडक्ट्स, जीसीएफ द्वारा धनुष, ओएफके द्वारा बम और जीआईएफ द्वारा कई तरह के पाट्र्स को शामिल किया गया है। इसके साथ ही कवच नाम के नए शस्त्र और कई तरह की मशीन गनों का डिसप्ले भी किया गया है। कार्यक्रम में दौरान महानिदेशक सुनील कुमार चौरसिया, ओएफके बोर्ड के पीके श्रीवास्तव, ओएफके सदस्य सौरभ कुमार, जीएम हेमंत कुमार, अपर महाप्रबंधक बीपी मिश्रा आदि उपस्थित थे।
धनुष का डिमोन्स्ट्रेशन रहा खास
कार्यक्रम में मुख्य रूप से देश की शान और धनुष का डिमोन्सट्रेशन भी बेहद खास रहा। इस बीच यह बताया गया कि युद्ध स्थल में धनुष किस तरह से काम करती है। इसमें पिछले की ओर लगे हुए टायर और स्टैंड 360 डिग्री में घूम जाते हैं। इसके साथ ही ऑटो लोडिंग बारूद की प्रैक्टिस भी खास रही, जो धनुष को बाकी तोपों से अलग बनाती है।
जनमानस के लिए आज
देश की विभिन्न गनों, तोप और मिसाइल में लगने वाले कंटेनर, बम और पाट्र्स को देखने के लिए जनमानस के लिए सुभाष ग्राउंड में एग्जीबिशन का आयोजन किया जाएगा। इसमें सुबह 8 बजे से रात तक लोग विभिन्न चीजों का अवलोकन कर सकते हैं।
आज के कार्यक्रम
सुबह 8 बजे से ओलम्पिक ग्राउंड से रैली का आयोजन
ग्राउंड में दिनभर बमों का प्रदर्शन
सुबह 10 बजे कार्य के दौरान शहीद हुए लोगों को श्रद्धाजंलि
नवीनतम गेट का शुभारंभ
रात 8 बजे से गजल नाइट
इन उपकरणों की नई लॉन्चिंग
- 84 एमएम स्मोक 469सी
इस कंटेनर की खासियत यह है कि इसे रिकॉइलेस गन में लगाया जाता है। यह युद्ध स्थल पर 4 किमी तक का धुआं फैलाता है। इसका धुआं सीधे नाक पर अटैक करता है, जिसके दुश्मन बेहोश हो जाता है।
- 84 एमएम हीट 751
इसका उपयोग रॉकेट मोटर में किया जाता है। इसकी रेंज 500 मीटर तक है।
- कार्टजी 84 एमएम हीट 551
इसका उपयोग कंधे में रखकर किया जाता है। गन में भरकर चलाने से यह लड़ाकू विमान, बंकर्स और क्राफ्ट्स को भी ध्वस्त कर देता है।
(भारतीय सेना को यह तीन नए उपकरण सौंपे जाएंगे)
ये भी शामिल हैं प्रदर्शनी में
- 84 एमएम इम्यूलेटिंग एफएफवी 545
इसका उपयोग भी गन और मिसाइल दोनों में किया जाता है। इसकी लेंथ ४५०एमएम है, वहीं ध्वस्त करने की ताकत 300 से 2100 मीटर तक है।
- 84 एमएम एचईडीपी 502
इस उपकरण के जरिए किसी भी दीवार को गिराया जा सकता है। इस कंटेनर के अंदर भी एक कंटेनर मौजूद है, जो कि दीवार को भेदने के बाद पुन: ब्लास्ट करता है।
- 81 एमएम स्मोक ग्रेनेड
इसे टी-72 टैंक में उपयोग किया जाता है। यह ब्लास्ट करने के साथ-साथ धुआं भी फैलाता है, जिससे दुश्मन अंधे भी हो सकते हैं। इसकी रेंज 200 से 350 मीटर तक है।
यह भी रहे खास
ओएफके द्वारा बनाई हुई खुद की छोटी मिसाइल
प्रैक्टिसिंग रॉकेट बम
धनुष के पाट्र्स
मल्टीमोड ग्रेनेड
20 एमएम एएमआर
कैंडल स्मोक ग्राउंड एमके ३एल
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