गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) में शुक्रवार को हुए औपचारिक कार्यक्रम में महाप्रबंधक रजनीश जौहरी ने आयुध निर्माणी बोर्ड के सदस्य हरिमोहन को यह सर्टिफिकेट प्रदान किया।
अब यहां इस तोप का नियमित उत्पादन शुरू हो जाएगा।
जीसीएफ में तैयार 38 किमी तक मार करने वाली इस तोप को डीजीक्यूए ने भी प्रमाणित कर दिया है।
जीसीएफ में यह पहला मौका था जब किसी उत्पादन को दिखाने के लिए मीडिया को सीधे प्रोडक्शन सेंटर में प्रवेश दिया गया।
तैयार धनुष तोप के अचूक निशाने से दुश्मनों को ध्वस्त करेगी हमारी सेना
अब राष्ट्र को समर्पण करने की औपचारिकता के बाद सेना इसका इस्तेमाल कर सकेगी।
जीसीएफ को हाल में रक्षा मंत्रालय से 114 धनुष तोप का बल्क प्रोडक्शन क्लीयरेंस मिला है।
भविष्य में उसे 400 से अधिक धनुष तोप बनानी हैं।