गोकलपुर में मुख्य सडक़ के दोनों तरफ डब्ल्यूबीएम का काम शुरू हुआ है लेकिन रांझी की तरह सडक़ के किनारे नाली नहीं बनाई जा रही है। अतिक्रमण हटाए बिना ही खुदाई और फिर उसमें गिट्टी भरी जा रही है। ऐसे में कई जगह पूरी 80 फीट चौड़ाई नहीं मिल रही है। 22 करोड़ से ज्यादा की लागत वाली इस सडक़ के निर्माण का काम वैसे भी धीमी गति से हो रहा है। अब तक करीब दो किलो क्षेत्र में केवल डिवाइडर बनाने का काम हो सका है। कुछ जगहों पर डब्ल्यूबीएम हुआ है। लेकिन काम जैसे ही गोकलपुर की तरफ बढ़ा तो उसमें गड़बड़ी सामने आ रही हैं।
पानी निकासी के लिए इंतजाम
इंजीनियरिंग कॉलेज की बाउंड्रीबॉल तक तो सडक़ के दोनों तरफ पानी की निकासी के लिए नाली बनाई गई हैँ लेकिन आगे इसके बिना ही डब्ल्यूबीएम शुरू कर दिया गया है। गोकलपुर में सीओडी साइड में तो पक्की नाली बनी है लेकिन तालाब की तरफ पुरानी नाली है। उसे तोडक़र नई नाली बनाई जानी है। लेकिन इसके निर्माण के बगैर सडक़ का काम किया जा रहा है। इस तरफ कई स्थानों पर अतिक्रमण है। इसे हटाया नहीं जा रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसे में इतनी ही चौड़ाई पर सडक़ बन जाएगी। इससे एक तो सडक़ की चौड़ाई कम होगी साथ ही भविष्य में नाली बनाई जाएगी तो एक बार फिर सडक़ तोड़ी जाएगी।
इंजीनियरिंग कॉलेज की बाउंड्रीबॉल तक तो सडक़ के दोनों तरफ पानी की निकासी के लिए नाली बनाई गई हैँ लेकिन आगे इसके बिना ही डब्ल्यूबीएम शुरू कर दिया गया है। गोकलपुर में सीओडी साइड में तो पक्की नाली बनी है लेकिन तालाब की तरफ पुरानी नाली है। उसे तोडक़र नई नाली बनाई जानी है। लेकिन इसके निर्माण के बगैर सडक़ का काम किया जा रहा है। इस तरफ कई स्थानों पर अतिक्रमण है। इसे हटाया नहीं जा रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसे में इतनी ही चौड़ाई पर सडक़ बन जाएगी। इससे एक तो सडक़ की चौड़ाई कम होगी साथ ही भविष्य में नाली बनाई जाएगी तो एक बार फिर सडक़ तोड़ी जाएगी।
रास्ते में अंधेरा और गड्ढे गोकलपुर से लेकर रांझी तक सडक़ के बीच में कई जगहों पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने से अंधेरा रहता है। इस पर नगर निगम ध्यान नहीं दे रहा है। रात के अंधेरे में वाहन निर्माणाधीन डिवाइडर से टकरा जाते हैं। इसी प्रकार कई जगहों पर गहरे गड्डे भी बन गए हैं। इन्हें भरकर समतलीकरण नहीं किए जाने के कारण वाहन चालकों को परेशानियां उठानी पड़ती हैं।
गोकलपुर में जहां नाली का निर्माण होना है, वहां अतिक्रमण है। अभी संसाधनों की कमी होने के कारण उसे नहीं हटाया जा रहा है। ऐसे में नाली की चाल भी नहीं मिलेगी। इसलिए निर्माण नहीं किया जा रहा है। फिलहाल सडक़ के दोनों और डब्ल्यूबीएम कराया जा रहा है।
कमलेश श्रीवास्तव, इंजीनियर नगर निगम
गोकलपुर में जहां नाली का निर्माण होना है, वहां अतिक्रमण है। अभी संसाधनों की कमी होने के कारण उसे नहीं हटाया जा रहा है। ऐसे में नाली की चाल भी नहीं मिलेगी। इसलिए निर्माण नहीं किया जा रहा है। फिलहाल सडक़ के दोनों और डब्ल्यूबीएम कराया जा रहा है।
कमलेश श्रीवास्तव, इंजीनियर नगर निगम