देर से रवाना हुई बसें
सूत्रों के अनुसार करीब २५ प्राचार्य एक ही पेटी लेकर पहुंचे थे। प्रक्रिया में देर होने से शाम पांच बजे रवाना होने वाली बसें शाम ६.३० बजे संकुल केंद्र से पुलिस थाने के लिए निकल सकीं। थाने तक प्रश्नपत्र सुरक्षित पहुंचाने के लिए १२ बसों का इंतजाम अलग-अलग रुटों के लिए किया गया था। रात ११ बजे तक थानों में प्रश्न पत्र रखवाए गए। जो प्राचार्य सुबह ११ बजे से पहुंच गए थे उन्हें भी परेशानी उठानी पड़ी।
ग्रामीण क्षेत्रों के केंद्रों में बंटी सामग्री
परीक्षा सामग्री का वितरण गुरुवार को ग्रामीण क्षेत्रों के लिए किया गया। इस दौरान ५७ केंद्रों के लिए सामग्री बांटी गई। शुक्रवार को शहरी क्षेत्र के ५३ परीक्षा केंद्रों के लिए सामग्री का वितरण सुबह ११ बजे से किया जाएगा। लोहे की पेटी की समस्या को देखते हुए विभाग ने सभी प्राचार्यों को दो-दो लोहे की पेटी ताला चाबी के साथ पहुंचने की सख्त हिदायत जारी की गई है।
दसवीं के नीले लिफाफे
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार बोर्ड परीक्षा सामग्री में बदलाव किया है। गत वर्ष जहां सफेद रंग के पैकेट दिए गए थे इस बार १०वीं कक्षा में सिल्वर और बैगनी रंग के सील पैक पैकेट भेजे गए। जबकि १२वीं कक्षा में लाल, आरेंज, हरे, और खाकी रंग के पैकेट में परीक्षा सामग्री बांटी गई थी।
पनागर विवाद के चलते दिखे परेशान
पनागर में विवाद के बाद भारी वाहनों की निकासी बंद किए जाने के कारण पनागर क्षेत्र की बस रवाना करते समय दहशत देखी गई। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने एडीशनल एसपी ग्रामीण संजय साहू से बात की। जिस पर साहू ने सुरक्षा के संदर्भ में भरोसा दिया।
कुछ केंद्रों में आई समस्या
परीक्षा प्रभारी अरविंद अग्रवाल ने बताया, सभी परीक्षा केंद्रों में प्रश्न पत्रों के वितरण की व्यवस्था की गई है। कुछ केंद्रों में लोहे की पेटी को लेकर समस्या आई। शहरी क्षेत्र में वितरण के लिए केंद्राध्यक्षों को दो पेटियों, थाने से अमले के साथ पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।