जबलपुर। वैसे तो इस समय पूरे देश में बैंक और उनसे जुड़े अफसर चर्चा में हैं। बहुत लोग तो अब बैंकों के नाम से चिढऩे लगे हैं। जबलपुर में तो स्वरोजगार योजनाओं के जरिए उद्योग और व्यवसाय चालू करने के युवा सपने पर बैंकों का रवैया बाधक बन रहा है। जबलपुर सहित पूरे सम्भाग के जिलों की स्थिति खराब है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में करीब 20 फीसदी आवेदकों को बैंकों से ऋण का वितरण हो सका है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में यह आंकड़ा 41 प्रतिशत तक पहुंचा है। वित्तीय वर्ष के सात माह बीतने पर यह स्थिति है।
प्रदेश शासन की उद्योग एवं व्यवसाय के लिए अभी दो योजनाएं संचालित हैं। इनके जरिए ही हितग्राही को बैंकों से परियोजना के लिए ऋण का वितरण किया जाता है। वित्तीय वर्ष के सात महीने हो चुके हैं लेकिन ऋण वितरण की स्थिति ठीक नहीं है। संभाग के आठों जिलों में स्वरोजगार योजना में जबलपुर और छिंदवाड़ा की स्थिति थोड़ी ठीक है। यहां 300 और 250 से ज्यादा प्रकरणों में ऋण का वितरण कर दिया गया। लेकिन उद्यमी योजना में छिंदवाड़ा और सिवनी की स्थिति ठीक है। बाकी जिलों में हितग्राहियों को बैंकों से ऋण का वितरण नहीं हो सका है।
प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में 42 प्रकरणों में ऋण वितरण किया गया है। इसमें 11 प्रकरण महिला एवं 31 प्रकरण पुरुषों के हैं। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में 950 प्रकरणों में मिली स्वीकृति में महिलाओं के 214 तो करीब 726 प्रकरण पुरुषों के हैं।
अक्टूबर तक जिलेवार स्थिति
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना
जिला—लक्ष्य—बैंकों को भेजे प्रकरण—स्वीकृति—ऋण वितरण
जबलपुर 55 179 06 04
कटनी 25 40 11 07
नरसिंहपुर 20 11 06 05
छिंदवाड़ा 36 79 10 10
सिवनी 24 55 17 08
बालाघाट 28 32 18 05
मंडला 08 20 03 03
ङ्क्षडडोरी 08 13 07 00
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना
जिला—लक्ष्य—बैंकों को भेजे प्रकरण—स्वीकृति—ऋण वितरण
जबलपुर 560 3095 291 226
कटनी 230 1274 181 71
नरसिंहपुर 175 662 87 49
छिंदवाड़ा 460 1852 255 157
सिवनी 230 1271 280 209
बालाघाट 320 1554 193 84
मंडला 175 562 155 53
डिंडोरी 110 477 170 100
उद्योग परिक्षेत्रीय कार्यालय के संयुक्त संचालक आरसी कुरील का कहना है कि स्वरोजगार योजनाओं में कुछ जिले बेहतर परफार्मेंस कर रहे हैंं कुछ की स्थिति बेहद खराब है। अलग-अलग जिलों में जाकर बैंकर्स और उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा की जा रही है। उन्हें समय पर लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं।