ये दिए टिप्स-पुराने पेपरों को हल करें-परेशानी पर शिक्षकों से सलाह लें-खुद को एक्टिव बनाए रखें-दिनचर्या पर फोकस करें-तनाव को हावाी होने न दें-नया न पढऩे की कोशिश न करें-शब्दों की चयन सीमा पर रखें ध्यान जबलपुर।यह समय परीक्षाओं का चल रहा है। चाहे कॉलेज लेबल परीक्षाएं हों अथवा स्कूल लेबल परीक्षाएं। परीक्षाओं के दौरान सबसे बड़ी समस्या छात्र-छात्राओं के तनाव में होना और एग्जाम फोबिया बना होना है। यदि हम खुद को मानसिक रूप से चुस्त दुरुस्त रखने के साथ ही शरीरिक रुप से फिट रखें तो हम बेहतर तरीके से परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए कुछ जरूरी उपाए अनाकर इसमें सफलता प्रापत की जा सकती है। यह कहना है शासकीय ऑटोनमॉमस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय की सेवानिवृत्त प्राचार्य मनौवैज्ञानिक एवं काउंसलर डॉ. शोभना खरे का। उन्होंने पत्रिका के माध्यम से यह बात शेयर की।
शब्दों की चयन सीमा का रखें ध्यान
अक्सर छात्र इस बात को लेकर शिकायत करते हैं कि उन्हें बेहतर अंक नहीं मिल हैं। इसके लिए सबसे जरूरी है कि सवाल को हल करते समय शब्दों की सीमा को ध्यान में रखें। सवाल के अंक देखें कि कितने शब्दों में लिखना है। लिखने के दौरान अशुद्धियों, नपे तुले और सार्थक शब्दों का उपयोग जरूरी है। जो कि मूल भाव प्रदर्शित करें। पुराने पेपरों को अवश्य देंखेंकिसी भी परीक्षा की तैयरी शुरू करने से पहे पूरे सिलेबस और पुराने पेपर्स को देखकर रिसर्च करें। यह देखें कि किस तरह के टॉपिक दिए गए हैं। किस चेप्टर से क्या सवाल पूछे गए हैं। इसके आधार पर सवालों को हल करने की कोशिश करें।
आसान चेप्टर्स पहले करें
परीक्षा की तैयारी के दौरान पहले आसान चेप्टर को तैयार कर लें। इससे होगा यह कि आगे के कठिन चेप्टर को तैयार करने में आसानी होगी। और सबसे बड़ी बात छात्र का कॉफीडेंस लेबल भी बढेगा। इससे बाकी के चेप्टरों को तैयार करने में कोई कइिनाई नहीं होगा। रठें नहीं बल्कि प्वाइंटस बनाएंअभ्यास करने के दौरान उसे रठें नहीं बल्कि उसके प्वाइंटस बनाकर तैयार करें। इससे कम समय में ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई हो सकेगी साथ ही तैयार किए गए सवालों को भूलने जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। दिमाग को फिट रखने के सीमा लिए दिमागी कसरत भी करनी होगी।