यह है मामला
मेडिकल अस्पताल के सर्जरी वार्ड में गुरुवार रात आग से गम्भीर रूप से झुलसे मरीज को लाया गया। उसे भर्ती करने के लिए ड्यूटी डॉक्टर ने मो. मजीद नामक मरीज का बेड खाली कराया। शुक्रवार दोपहर मरीज के परिजन मरीज को लेकर बाहर जाने लगे तो उनका जूनियर डॉक्टर से विवाद हो गया। जूनयिर डॉक्टर के अनुसार परिजन ने उससे मारपीट भी की। मजीद ने यूएई के किसी अस्पताल में न्यूरो सर्जरी कराई थी, लेकिन आराम नहीं मिलने पर मेडिकल अस्पताल में भर्ती हुआ था।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजेश तिवारी ने परिजन के खिलाफ एफआरआर दर्ज कराने का आश्वासन दिया, तब इलाज शुरू किया। मेडिकल अस्पताल प्रशासन ने गढ़ा थाने को मारपीट के वीडियो की सीडी भी दी है। इसी के आधार पर जांच होगी।
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के डॉ. अमरेंद्र वर्मा ने कहा, मेडिकल अस्पताल में डॉक्टरों की सुरक्षा की गारंटी नहीं है। इससे पहले भी डॉक्टरों के साथ मारपीट हो चुकी है। मामले में कार्रवाई नहीं होने पर जूडा हड़ताल करेंगे।
सर्जरी वार्ड में बर्न केस आने पर मरीज को दूसरे बेड पर शिफ्ट किया गया था। इससे नाराज परिजन ने जूनियर डॉक्टर से मारपीट की। जूनियर डॉक्टरों को समझाइश देकर इलाज करने के लिए भेजा गया। मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
डॉ. राजेश तिवारी, अधीक्षक मेडिकल अस्पताल