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लोगों की आंखों के सामने गड़बड़झाला,
एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में दूध पलटाने की आड़ में हो रहा गोलमोल
दूध के ठीये पर मिलाया जा रहा पानी
शहर के रानीताल, गेट नंबर 3, मदनमहल, गोरखपुर, गढ़ा, यादव कॉलोनी, संजीवनीनगर आदि ये प्रमुख स्थान हैं, जहां रहवासी क्षेत्र हैं। इन जगहों पर सुबह और शाम सडक़ के किनारे टेबल लगाकर दूध बेचा जाता है। यहां दूध बेचने वाले का वाहन आता है। वाहन से कई दूध के डिब्बे उतारे जाते हैं। ठीया जमाने के बाद एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में दूध पलटाना शुरू कर दिया जाता है।
एल्यूमीनियम के साथ प्लास्टिक के डिब्बे
मौके पर पाया गया है कि एल्यूमीनियम के डिब्बे के साथ प्लास्टिक के डिब्बों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें यह भी देखा गया है कि तेल की खाली कुप्पियों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इन डिब्बों में पानी मिला दूध होता है, जिससे ग्राहक यह समझ नहीं पात है कि हकीकत क्या है, और फिर मुख्य डिब्बे से दूध कुप्पियों मे पलटा कर उसे फिर से मुख्य डिब्बे में भर दिया जाता है।
पाउडर का भी उपयोग
जानकारों का कहना है कि दूध बेचने वाले इन ठीयों पर दूध पाउडर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। यह पाउडर दूध को गाढ़ा दिखाने के लिए किया जाता है, इसलिए इन डिब्बों के दूध को एक-दूसरे में पलटाकर उसे मिलाते हैं। एक्सपोज स्टिंग में दूध को एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में मिलाने का वीडियो रिकार्ड किया गया है।
ये थे हालात
गेट नंबर तीन के ए-1 डेयरी और उखरी रोड के श्री डेयरी दूध बेचने वाले ठीये पर कतार से तीन-चार दूध के डिब्बे रखे हुए थे। दूध बेचने वाला एक युवक आया और उसने ठीये पर बैठे युवक को इशारा किया और एक बड़े डिब्बे में दूध पलटाने लगा। दूध पलटाने के बाद दूधमापक से दूध को देखा और उसके बाद वहां रखी कुप्पी में भी दूध पलटा दिया। कुप्पी में दूध पलटाने के बाद कुप्पी का दूध उसने दूसरे डिब्बे में पलटा दिया। इस दौरान दूध पलटाने के बाद वह मापक से दूध की गुणवत्ता टटोलता रहा।
दूध विक्रेता राजू से बातचीत के अंश
ये दूध शुद्ध है क्या?
हां, बिलकुल।
तो फिर यह दूध एक डिब्बे से दूसरे में क्यों पलटाया जाता है?
अभी गर्मी है, इसलिए।
गर्मी है तो क्या हो गया?
दूध खराब होने का डर रहता है।
ताजा दूध है तो खराब क्यों होगा?
दूध को एक डिब्बे से दूसरे में डालने से वह हिलता रहता है तो खराब नहीं होता है।
इस दूध की गारंटी क्या है कि यह शुद्ध है?
आप खुद ही देख लो, हमारे यहां गड़बड़ नहीं होता है।
दूध के ठिकानों पर छापा मारा जाता है। हाल ही में कुछ जगहों पर छापे भी मारे गए हैं। इनका सेंपल जांच के लिए भेजा गया है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाता है कि दूध में क्या मिलावट है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
– अमरेश दुबे, खाद्य निरीक्षक, खाद्य विभाग