दर्जनों की मौत का पैगाम लाई यह सुबह, मौत के तांडव ने झंकझोरा
जबलपुरPublished: Apr 20, 2019 07:58:48 pm
लोडिंग वाहनों से मौत का खेल
जबलपुर. लोडिंग वाहनों से मौत का खेल, यहां के लिए आम हो गया है। बात सालभर पुरानी है, लेकिन जो भी इसे याद करता है, उसका दिल दहल उठता है। उस वाक्ये को जिसने भी देखा, उसकी रूह आज भी उस भयावह पल को याद कर कांप उठती है। उस रोज की सुबह 15 लोगों की मौत का पैगाम लाई। वह पल और दृश्य ने मौत के तांडव की दास्तां बयां की। किसी की लाश टायर के नीचे दबी थी, तो किसी की लाश ही नजर नहीं आ रही थी। किसी के हाथ गायब चुके थे, तो किसी का पैर और सिर कहां हैं, यह पता लगाना भी मुश्किल हो रहा था। हम बात कर रहे हैं पिछले साल जबलपुर से चरगवां जाने वाली रोड पर हुए उस हादसे की, जिसमें लोडिंग वाहन के पलटने से १५ लोगों की मौत हो गई थी। एेसा हादसा दोबारा न हो, इसके लिए आरटीओ ने अभी से कवायद शुरू कर दी है।
लोडिंग वाहनों में सवारी ढोने वालों की अब खैर नहीं। यदि शहर के भीतर या बाहर किसी लोडिंग वाहन में सवारी नजर आई तो वाहन का परमिट और चालक का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। लोडिंग वाहनों में यात्रियों के परिवहन के कारण पूर्व में कई हादसे हो चुके हैं। हादसों में कई लोगों को अपनी जान भी गवांनी पड़ी। इसलिए आरटीओ विभाग एेसे वाहनों पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
आरटीओ से मिली जानकारी के अनुसार शहर के भीतर लोडिंग वाहनों में सवारियां ढोने वालों पर ट्रैफिक पुलिस के साथ नजर रखी जाएगी। शहर के एंट्री प्वाइंट्स और आऊटर पर आरटीओ की टीम चैक प्वाइंट्स लगाएगी।
यात्रियों की मजबूरी
शहर के आस-पास के कई गांवों में आज भी परिवहन के पर्याप्त साधन नहीं हैं। इसलिए लोग मजबूरन लोडिंग वाहन में सफर करते हैं। लोडिंग वाहन चालक भी उनकी मनमानी का फायदा उठाकर मनमाना किराया वसूलते हैं।
चरगवां हादसे में हुई थी एक दर्जन से अधिक की मौत
पिछले वर्ष अप्रेल में चरगवां रोड पर लोडिंग ऑटो पलटने से उसमें सवार एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई थी। हादसे के बाद लोडिंग वाहनों पर कार्रवाई शुरू हुई थी। कुछ दिन बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
ये है स्थिति
लोडिंग वाहन से प्रतिमाह हादसे 20
हादसों में घायलों की संख्या 45
मृतकों की संख्या 05
इन रूट पर होती है मनमानी
जबलपुर-कुंडम
जबलपुर-चरगवां
चरगवां के विभिन्न गांव
सिहोरा-मझगवां
जबलपुर-मझौली
वर्जन
चरगवां में लोडिंग वाहन पलटने के कारण पिछले वर्ष एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई थी। लोडिंग वाहनों में यात्रियों को बैठाना गलत है। ऐसा वाहनों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी, ताकि घटना की पुनरावृत्ति दोबारा न हो।
संतोष पॉल, आरटीओ