बताया जाता है प्रोफेसर राकेश बाजपेयी प्रभारी के रूप में पिछले दो सालों से रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में पदस्थ थे। उनके पास परीक्षा कंट्रोलर का भी दायित्व था। दोहरे दायित्व को लेकर भी उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से मुक्त करने की बात कही। हालांकि उनकी कार्यशैली विवाद रहित रही।
बदलाव की तैयारी
नई सरकार बनने के बाद विश्वविद्यालय में जल्द ही कुछ और नए फेर बदल होने की चर्चा सरगर्म है। एेसे कयास लगाए जा रहे हैं कि विश्वविद्यालय के कुछ जिम्मेदार विभागों में एक खेमे विशेष के लोगों को जवाबदारी सौंपी जा सकती है। कार्यपरिषद में भी एेसे वर्ग को तवोज्जब भविष्य में मिल सकती है।