इन क्षेत्रों में जलसंकट - रांझी के सर्रापीपल क्षेत्र में आए दिन जलापूर्ति बाधित होती है। वार्ड क्रमांक-72 की दद्दा कॉलोनी के सौ परिवार पानी के लिए ट््यूबवेल पर निर्भर हैं। भूजल स्तर गिरने से लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के अशोक विश्वकर्मा, अजय यादव, रमेश विश्वकर्मा ने बतायार कि आए दिन निजी टैंकरों से पानी खरीदना पड़ता है। शंकर नगर स्थित शहीद विक्रम स्कूल के आसपास 25 दिन से जलसंकट गहराया हुआ है। चंद्रनगर में अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है। क्षेत्र के तरुण कुमार, विनोद, रोशन, उमाशंकर यादव, हर्षित गोस्वामी ने बताया कि वे जलसंकट की समस्या को लेकर कई बार नगर निगम की जनसुनवाई में गुहार लगा चुके हैं।
शहर के जिन क्षेत्रों में जलसंकटर की शिकायत आ रही है, वहां टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है। कई क्षेत्रों में पाइप लाइन का प्रेशर बढ़ाने के लिए उन्हें ट््यूबवेल लाइन से जोड़ा गया है। जहां भी जलसंकट की समस्या है, वहां टैंकरों से आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
- कमलेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम
शहर में 65 टंकियों से शहर में होती है जलापूर्ति
1.52 लाख नल कनेक्शन नगर निगम सीमा में
40 प्रतिशत घरों में नहीं हैं नल कनेक्शन
135 लीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से रोजाना जलापूर्ति का दावा
150 करोड़ से ज्यादा दस साल में खर्च हुए पाइप लाइन विस्तार पर
149 करोड़ खर्च हुए 16 नई टंकियों के निर्माण व नए जलापूर्ति नेटवर्क पर
3 लाख 80 हजार लीटर पानी की आपूर्ति होती है टैंकरों से
17 टैंकरों से हो रही जलापूर्ति
10 हजार से ज्यादा की आबादी टैंकरों पर निर्भर
700 ट््यूबवेल से भी जलापूर्ति