क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय नई बिल्डिंग में जाने के बाद यहां के हालात नहीं बदले हैं। आरटीओ का कार्य दलाल ही करवा रहे हैं। दलालों ने अपने रेट खोल रखे हैं। कार्यालय के मुख्य द्वार पर एक खिड़की बनाई गई है लेकिन यह दिखावा मात्र है। यहां फॉर्म जमा किए जाते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि यहां काम चढ़ोत्री के बाद ही किया जा रहा है। उधर, कार्यालय से लेकर बाहर तक दलालों के आदमी सक्रिय रहते हैं, जो नए आदमी को देखते ही उसे अपने जाल में फंसा लेते हैं। वीडियो स्टिंग में यह सामने आया कि कार्यालय की विभिन्न शाखाओं में फाइलें लिए दलालों के आदमी घूमते रहते हैं, जो वहीं ग्राहकों से सेटिंग कर रहे हैं।
लायसेंस शाखा में फाइल में रखा जाता है खर्चा
आरटीओ के ग्राउंड फ्लोर में लायसेंस शाखा में लोगों की खासी भीड़ थी। भीड़ में एक लिपिक का द्वार के नजदीक की टेबिल था। टेबिल खाली थी। टेबिल से लगी एक आलमारी थी। आलमारी के पीछे एक अन्य बाबू था। यह बाबू लोगों की फाइलें देख रहा था। बाबू का इशारा होते ही ग्राहक ने उसे खर्चा निकालकर अपनी फाइल के अंदर रख दिया और उसने फाइल पलटाते हुए फाइल में रखा खर्चा उठाकर उसे अपनी शर्ट की जेब में रख लिया और ग्राहक को आश्वासन देते हुए अगला समय दे दिया।
शाखा में अनजान व्यक्ति देखते ही पूछ बैठा कर्मचारी-
कैसे आए हैं आप, किसने भेजा है?
मुझे लायसेंस का रिम्यूवल करवाना है?
कहां है लायसेंस?
ये लीजिए।
इसमें मैं पता करता हूं कितना खर्च आएगा?
ठीक है, आप बताइए।
(कर्मचारी ने बाबू से पूछा)
बाबू ने इशारा करते हए उससे ६५० रुपए लगना बताया। और साथ ही बाहर से फॉर्म खरीदने को कहा।
दलाल से बातचीत के अंश
क्यों भाई लायसेंस खतम हो गया है?
ठीक है बन जाएगा।
कितना लगेगा?
लायसेंस तो दिखाओ।
(दलाल को लायसेंस दिखाया)
इसमें तो हजार रुपए लगेगा?
इससे कम नहीं होगा।
नहीं, दूसरी जगह जाओगे तो 1500 लगेगा।
लेकिन इसमें कुछ तो कम कर दो?
इसमें एक रुपया भी कम नहीं करेंगे। हमारी सेटिंग है, तभी पैसा लेते हैं।
दलालों के रेट
फ्रेश लायसेंस- 1900 रुपए
लायसेंस रिम्युवल– 500 रुपए (एक वर्ष का)
फिटनेस-
ये कहते हैं लोग
मैंने पांच दिन पहले लायसेंस के नवीनीकरण का फॉर्म भरा है लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ।
नवीन
फ्रेश लायसेंस के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरा था। तारीख मिली, जिस पर लर्निंग बन गया। अब पक्का बनवाने में छह दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक नहीं बना।
सुरेश
हमने दलाल को पैसे दिए थे। वह गायब हो गया है। यहां हमसे कागज मांग रहे हैं लेकिन क्या करें दो दिन से आ रहे हैं, हमें वह दिखाई ही नहीं दे रहा है।