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जीपीएस से करेंगे पढ़ाई छोड़ने वालों की तलाश, शिक्षा विभाग ने तैयार किया ऐप

locationजबलपुरPublished: Jul 17, 2021 08:00:14 pm

Submitted by:

reetesh pyasi

स्कूलों में दिलाएंगे प्रवेश, शिक्षकों के लिए तय किए टारगेट

students admission

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जबलपुर। बीच में किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ने वाले स्कूली छात्र-छात्राओं की हर गली-मोहल्ले के साथ ही राशन दुकानों में तलाश की जाएगी। इसके लिए मोबाइल ऐप की मदद ली जाएगी। बच्चों को तलाश कर उन्हें फिर से स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाएगा। इसके लिए जिले के करीब चार हजार शिक्षकों को जवाबदारी सौंपी जा रही है। जिले के सरकारी और निजी स्कूलों में करीब 3.5 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। कोरोना संकट काल में कई बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई। काम-धंधा बंद होने से कई गरीब
और मध्यम वर्गीय परिवारों ने अपने बच्चों के नाम कटवा दिए थे। ऐसे बच्चों को तलाशने के लिए राशन दुकानों से ऐसे अभिभावकों का पता लगाया जाएगा।
विभाग ने तैयार किया ऐप
बच्चों को तलाशने के लिए शिक्षा विभाग ने ऐप तैयार किया है। यदि कोई बच्चा किसी क्षेत्र में मिलता है तो उसके घर जाकर जीपीएस के माध्यम से फोटो ली जाएगी। मौके पर सभी प्रक्रिया पूरी की जाएगी, जिससे बच्चों के मिलने की वास्तविक जगह को ट्रेस किया जा सकेगा।
हर शिक्षक को 15 बच्चे की जिम्मेदारी
नवप्रवेश प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से ग्राम, वार्डवार सूची जारी की जाएगी। सूची के आधार पर मिलान किया जाएगा। प्रधानाध्यापक शिक्षक को लक्षित बच्चों की सूची देंगे। कार्य आवंटित किया जाएगा। एक मेंटर शिक्षक को 10-15 बच्चों को तलाशने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जो मौके पर जाकर भौतिक सत्यापन करेंगे।
स्कूलों से ड्रॉप आउट छात्रों की तलाश की जा रही है। शिक्षकों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। मोबाइल ऐप के माध्यम से बच्चों की लोकेशन को ट्रेस किय जाएगा।
डीके श्रीवास्त, सहायक परियोजना समन्वयक

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