जबलपुर

इस शहर में इ-स्कूटर बनी ग्राहकों की पहली पसंद

ग्राहकों में बढ़ रही मांग, कंपनियां उतार रहीं कई तरह के मॉडल

जबलपुरMay 04, 2018 / 01:25 am

reetesh pyasi

E-scooter

जबलपुर। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने वाहन चालकों के सामने संकट खड़ा कर दिया है। इसलिए लोग विकल्प के रूप में इ-स्कूटर की तरफ रुख करने लगे हैं। कम खर्च में ज्यादा दूरी तक सफर करना इन वाहनों की खूबी है। इसलिए इनकी पूछपरख बढ़ गई है। कुछ कंपनियों ने शहर में अपने शोरूम शुरू कर दिए हैं। कुछ कम्पनियां अपने प्रोजेक्ट शुरू करने जा रही हैं।
बडे़ महानगरों में बिजली से चार्ज होकर चलने वाले इ-मोपेड चालकों की तादाद में इजाफा हो रहा है। शहर में अभी रफ्तार उतनी तेज नहीं है। जानकारों का मानना है कि इनकी बिक्री में जल्द ही इजाफा होगा। क्योंकि, पेट्रोल के दामों में लगातार इजाफा हो रहा है।

इ-रिक्शा की पंजीयन बढ़ा-
इ-रिक्शा की तादाद भी ४५० से ज्यादा हो चुकी है। उसका इस्तेमाल सार्वजनिक वाहन के रूप में किया जा रहा है। सड़कों पर इसकी सवारी करने वाले भी बढऩे लगे हैं। अब लोग अपना इ-वाहन लेने की तैयारियों में हैं। इस रुख को देखते हुए मोटर साइकिल बनाने वाली कुछ कम्पनियां भी इस व्यवसाय में सक्रिय हो रही हैं।

एक यूनिट में कई किमी सफर
इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर या बाइक्स की अपनी अलग विशेषता हैं। एक यूनिट बिजली की बैटरी चार्जिंग पर 60 से 70 किमी का सफर तय किया जा सकता है। अभी घरेलू बिजली का मूल्य औसतन 4.50 से लेकर 8 रुपए प्रति यूनिट तक होता है। यानी इसमें 8 से 10 पैसे प्रति किमी का खर्च आता है। बाजार में जिन कंपनियों ने इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर उतारे हैं, उनकी कीमत 30 हजार से लेकर 90 हजार रुपए तक है। बाइक्स और कार की कीमत ज्यादा है। हालांकि, बाइक्स एवं कार अभी शहर में नहीं आई हैं।
ये हैं फायदे
वायु प्रदूषण से होता है बचाव।
आवाज कम, ध्वनि प्रदूषण नहीं।
ईंधन की बचत।
वजन कम, रखरखाव आसान।
पेट्रोल मोपेड से कीमत कम।
कम खर्चे में चलती है ज्यादा।
घर पर शॉकिट लगाकर चार्जिंग।
कीमत भी सामान्य स्कूटर से कम।
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