जबलपुर में एक भी ई-वीकल मालिक ने चार्जिंग के उपयोग के लिए मीटर कनेक्शन नहीं लिया है। दो हजार से ज्यादा ई-वीकल शहर में हैं। बिजली कंपनी ने अप्रैल 2022 में ई-वीकल के चार्जिंग को लेकर नियम बनाया था। इसके तहत व्यावसायिक उपयोग वाले वाहनों को चार्ज करने के लिए अलग मीटर कनेक्शन लिया जाना अनिवार्य किया गया था। इसकी बिजली दर भी घरेलू की तुलना में अधिक थी। शहर में दो हजार से ज्यादा ई-वीकल है। इसके लिए सिर्फ तीन चार्जिंग स्टेशन नगर निगम की तरफ से बनाए गए हैं। जिनमें एक समय पर 50 से अधिक वाहन चार्ज हो पाते हैं। इधर जबलपुर ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन लिमिटेड शहर में अगले छह माह में 30 नए चार्जिंग स्टेशन खोलने की तैयारी में है। इसके लिए निजी सहभागिता ली जा रही है। मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए जारी टैरिफ याचिका में इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए 6 रुपये प्रति यूनिट की दर निर्धारित की है। इसके साथ ही प्रति केवीए 100 रुपये फिक्स चार्ज भी देना होगा।
30 नए चार्जिंग स्टेशन खुलेंगे: जबलपुर ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन लिमिटेड के सीईओ सचिन विश्वकर्मा ने कहा कि जबलपुर शहर में ई-वीकल के लिए 30 नए चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना है। यह काम एनटीपीसी और राजस्थान इलेक्ट्रिकल स्टूमेंट लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है। अगले छह माह में यह चार्जिंग स्टेशन शुरू होंगे जिससे वाहनों को चार्जिग की सुविधा मिलेगी। हर प्रमुख इलाकों में चार्जिंग स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है।
यह है टैरिफ
ई-रिक्शा , ई-वीकल चार्जिंग के लिए 100 रुपए प्रति केवीए चार्ज तथा 6 रुपए प्रति यूनिट बिजली
चार्जिंग स्टेशन: 100 रुपए प्रति केवीए चार्ज तथा 5.90 रुपये प्रति यूनिट बिजली
व्यावसायिक उपयोग वाले ई-वीकल के लिए अलग बिजली कनेक्शन लेना अनिवार्य है। नगर निगम की तरफ से कुछ चार्जिंग पाइंट बनाए गए हैं। विभागीय स्तर पर अधिकारी जांच करते हैं जहां भी घरेलू बिजली से व्यावसायिक उपयोग वाले व्हीकल चार्ज करते मिलेंगे उनके खिलाफ बिजली चोरी का प्रकरण बनाया जाएगा।
– संजय अरोरा, अधीक्षण अभियंता, सिटी सर्किल