देवघर में पकड़े गए थे
साइबर टीम इस मामले में जबलपुर आयकर विभाग से मदद लेने की कवायद में जुटी है। साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक हरिओम दीक्षित और मामले की विवेचना कर रहे एसआई पंकज साहू ने बताया कि देवघर निवासी रोशन मंडल और उसका छोटा भाई प्रीतम मंडला इस गिरोह के सरगना हैं। ठगी वाले कॉल यही दोनों भाई करते हैं। ये बातचीत में इतने एक्सपर्ट हो चुके हैं कि अब तक दो हजार से अधिक लोगों को लाखों की चपत लगा चुके हैं। दोनों भाईयों ने गिरोह के सदस्यों को ताकीद कर रखी है कि कोई भी उसके मोबाइल पर कॉल नहीं करेगा। वह खुद ही उनसे मोबाइल नम्बर बदल कर सम्पर्क करता था।
साइबर टीम इस मामले में जबलपुर आयकर विभाग से मदद लेने की कवायद में जुटी है। साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक हरिओम दीक्षित और मामले की विवेचना कर रहे एसआई पंकज साहू ने बताया कि देवघर निवासी रोशन मंडल और उसका छोटा भाई प्रीतम मंडला इस गिरोह के सरगना हैं। ठगी वाले कॉल यही दोनों भाई करते हैं। ये बातचीत में इतने एक्सपर्ट हो चुके हैं कि अब तक दो हजार से अधिक लोगों को लाखों की चपत लगा चुके हैं। दोनों भाईयों ने गिरोह के सदस्यों को ताकीद कर रखी है कि कोई भी उसके मोबाइल पर कॉल नहीं करेगा। वह खुद ही उनसे मोबाइल नम्बर बदल कर सम्पर्क करता था।
इम्तियाज अंसारी के खाते में हर महीने औसतन पांच लाख रुपए हुए ट्रांजेक्शन : साइबर टीम को इम्तियाज के देवघर स्थित एसबीआई बैंक खाते में हर महीने चार से पांच लाख रुपए के ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली है। इम्तियाज ने इस पैसे के बावत अनभिज्ञता जाहिर की है। बताया कि उसे हर बार हजार से 15 सौ रुपए और पार्टी मिलती थी। पुलिस ने दोनों को शाम को विशेष कोर्ट में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
यह है मामला
2017 में महानद्दा निवासी तरुण गुहा नियोगी से पांच लाख की ठगी के मामले में साइबर सेल ने झारखंड के मधुपुर निवासी मोहम्मद इम्तियाज ओर इम्तियाज अंसारी को गिरफ्तार कर सोमवार को लायी है। जालसाजी में वहीं के शेख मोहम्मद, मंसूर आलम और जियाउल मुस्तफा के नाम से जारी सिम का प्रयोग किया गया था। अभी जांच जारी है।
12वीं फेल सगे भाई निकले साइबर ठगी के मास्टरमाइंड