scriptबड़ा भाई ही निकला भाई-भतीजी की हत्या का आरोपी, पांच जुलाई तक पुलिस रिमांड पर | Elder brother turned out to be accused of killing brother and niece | Patrika News

बड़ा भाई ही निकला भाई-भतीजी की हत्या का आरोपी, पांच जुलाई तक पुलिस रिमांड पर

locationजबलपुरPublished: Jul 04, 2020 12:40:36 am

Submitted by:

santosh singh

आगासौदा में दोहरे हत्याकांड का खुलासा : अवैध सम्बंध के चलते की हत्या

murder disclose.jpg

murder disclose

जबलपुर. माढ़ोताल थाना अंतर्गत आगासौद गांव निवासी चार वर्षीय संजना और उसके दिव्यांग पिता सुशील गोंड (35) की हत्या का आरोपी बड़ा भाई ही निकला। शुक्रवार को सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि बड़े भाई शंकर ने अपनी पत्नी को सुशील के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी का लोहे वाला हिस्सा जब्त कर लिया है। जबकि डंडे की बरामदगी के लिए पांच जुलाई तक रिमांड पर लिया है।
एसपी के अनुसार आरोपी शंकर ने बताया कि उसने 29 जून की रात 9.30 बजे अपनी पत्नी को सुशील के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इसके बाद वह दोनों को थप्पड़ मार कर कमरे में चला गया। देर रात करीब पौने 12 बजे शंकर कुल्हाड़ी लेकर गया और झोपड़ीनुमा कमरे में सो रहे सुशील का मुंह दबाकर गले पर वार किया। इस बीच संजना की नींद खुल गई। उसने दादा कहकर पुकारा, तो शंकर ने उसके गले पर भी कुल्हाड़ी से वार कर मार डाला। घर जाकर उसने अपनी पत्नी को हत्या की जानकारी दी।
करीबी के शामिल होने का था संदेह
सुशील तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बड़े भाई शंकर की कोई औलाद नहीं थी। वह सुशील और उसके बच्चों की देखभाल करता था। मझला भाई विष्णु अलग रहता है। उसकी चार बेटियों में तीन अविवाहित हैं। वारदात वाली रात सुशील की पत्नी तीन वर्षीय बेटे और बेटी के साथ ननद की बेटी की शादी में शामिल होने तेंदूखेड़ा गई थी। तीनों भाइयों के घर सटे हुए हैं। पुलिस को दोहरे हत्याकांड में किसी करीबी के शामिल होने का संदेह था।
ऐसे हुआ खुलासा
– शंकर, विष्णु सहित परिजन को रात एक बजे दोहरी हत्या का पता चल गया था, लेकिन सुबह सात बजे तक किसी को जानकारी नहीं दी।
– सुबह सात बजे ग्राम कोटवार नत्थूलाल दाहिया को सूचना दी कि संजना कूलर से लिपटकर कट गई।
-वारदात वाले कमरे से शंकर के घर तक खून से सने पैरों के निशान मिले थे। बारिश के कारण निशान अस्पष्ट थे।
-पूछताछ में शंकर अपने ही बयान में उलझ गया। कई बार बयान बदला।
-शंकर की पत्नी से पूछताछ हुई तो उसने हत्या का राज उगल दिया।
ये साक्ष्य अहम
– पुलिस ने हत्या के समय पहने गए शंकर के कपड़े घर के पास रखे कंडे से जब्त कर लिए।
– कमरे में उसके पैर के निशान और चेहरे पर हाथ के निशान के फिंगर प्रिंट।
– शंकर के खिलाफ उसकी पत्नी के बयान।
– कुल्हाड़ी को धोकर डंडा अलग कर दिया था।
खुलासा करने वाली टीम को 10 हजार का इनाम
एसपी बहुगुणा ने बताया कि हत्याकांड के खुलासे में एएसपी क्राइम गोपाल प्रसाद खांडेल, संजीव उइके, सीएसपी गढ़ा रोहित काशवानी, डीएसपी क्राइम पीके जैन, सीएसपी बरगी रवि चौहान, एफएसएल प्रभारी डॉ. सुनीता तिवारी, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट डीएसपी जेपी सोनी, टीआई माढ़ोताल अनिल गुप्ता, क्राइम ब्रांच की टीम की भूमिका रही। उन्होंने टीम को 10 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा भी की।

murder1.jpg
IMAGE CREDIT: patrika
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो