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लोकसभा चुनाव 2019 : सावधान! धार्मिक-सामाजिक कार्यक्रमों में नहीं हो राजनीति का घालमेल

locationजबलपुरPublished: Apr 14, 2019 01:33:51 am

Submitted by:

shyam bihari

उम्मीदवारों एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दी निर्वाचन आयोग के निर्देशों की जानकारी

लोकसभा चुनाव 2019 : सावधान! धार्मिक-सामाजिक कार्यक्रमों में नहीं हो राजनीति का घालमेल

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जबलपुर। त्योहारों पर उम्मीदवारों एवं राजनीतिक दलों का किसी भी धार्मिक या सामाजिक कार्यक्रमों का राजनीतिक प्रयोजन के रूप में इस्तेमाल कार्रवाई का कारण बन सकता है। इन कार्यक्रमों के राजनीतिक इस्तेमाल को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा। ऐसा करने वाले पर एफ आइआर भी दर्ज कराई जा सकती है।
जबलपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों एवं उनके निर्वाचन अभिकर्ताओं तथा राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों की शनिवार की शाम कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई बैठक में यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर छवि भारद्वाज ने दी। भारत निर्वाचन आयोग की सामान्य प्रेक्षक वी. अमुथ्थावल्ली एवं व्यय प्रेक्षक वेद प्रकाश मिश्रा की मौजूदगी में हुई इस बैठक में निर्वाचन व्यय लेखा के संधारण की प्रक्रिया के बारे में भी बताया गया।
कलेक्टर भारद्वाज ने इस अवसर पर उम्मीदवारों से अपने चुनाव प्रचार अभियान में आदर्श आचार संहिता का पालन करने की बात कहीं। उन्होंने निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से भी उम्मीदवारों एवं राजनीतिक दलों को अवगत कराया तथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों तथा इनके उल्लंघन पर की जाने वाली वैधानिक कार्रवाई की जानकारी भी उम्मीदवारों, उनके निर्वाचन अभिकर्ताओं एवं राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को दी ।
217 बूथ पर सिर्फ महिलाएं कराएंगी मतदान
लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को मतदान दलों का दूसरा रेंडमाइजेशन किया गया। 2128 मतदान केंद्रों के लिए विधानसभावार दलों का कार्य विभाजन किया गया। इसमें महिला, पुरुष और महिला-पुरुष और दिव्यांग अधिकारी और कर्मचारियों के लिए मतदान केन्द्रों का निर्धारण भी किया गया। इस चुनाव में जिले में 217 मतदान केन्द्र ऐसे होंगे जहां सिर्फ पीठासीन अधिकारी से लेकर तमाम अमला महिलाओं का होगा।
कलेक्टर कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग हॉल में निर्वाचन आयोग की पर्यवेक्षक वी. अमुथ्थावल्ली एवं कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी छवि भारद्वाज की मौजूदगी में रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया पूरी की गई। मतदान दलों में शामिल अधिकारी और कर्मचारियों को विधानसभा क्षेत्र आवंटित किए गए। आखरी रेंडमाइजेशन मतदान के पहले किया जाएगा। इसमें मतदान अधिकारी और कर्मियों को उनका बूथ आवंटित किया जाता है।
जिले के सभी मतदान केन्द्रों के लिए मतदानदलों का रेंडमाइजेशन किया गया। प्रत्येक दल में चार अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल होते हैं। इसमें लगभग 187 ऐसे बूथ हैं जहां 1200 से अधिक मतदाता हैं। इन जगहां पर मतदान दल में चार की जगह पांच अधिकारी और कर्मचारी रहेंगे। जिला सूचना अधिकारी आशीष शुक्ला ने बताया कि रेंडमाइजेशन के बाद दल के सदस्यों को विधानसभा क्षेत्र से अवगत कराया जा रहा है। मतदान दलों के अलावा रेंडमाइजेशन में विशेष केन्द्रों का चिन्हांकन भी किया गया। इसमें 8 सुगम मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिसमें दिव्यांग कर्मचारी। अधिकारी मतदान कराएंगे। 607 केंद्रों में दो महिला कर्मचारी और अधिकारी अनिवार्य रूप से कार्यरत रहेंगे। इसी प्रकार 1296 मतदान केंद्र में पूरी तरह से पुरुष अधिकारियों और कर्मचारियों से बना मतदान दल मतदान संपन्न कराएगा।

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