scriptप्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं से वसूला जाएगा 4098 करोड़ | Electricity consumers of the state will be recovered from 4098 crore | Patrika News

प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं से वसूला जाएगा 4098 करोड़

locationजबलपुरPublished: Jun 05, 2019 07:57:29 pm

Submitted by:

virendra rajak

हर एक उपभोक्ता की कटेगी जेब

cheap electricity

Electricity consumers of the state will be recovered from 4098 crore

घाटा पूरा करने बिजली कंपनियों बढ़ा रहीं टैरिफ
जबलपुर, बिजली कंपनियां प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं की जेब से अपना घाटा पूरा करेंगीं। यह घाटा नए टैरिफ के जरिए पूरा किया जाएगा। यदि नियामक आयोग से टैरिफ को मंजूरी मिलती है, तो प्रदेश के उपभोक्ताओं को 4,798 करोड़ रुपए का झटका लगेगा। हाल ही में पेश की गई टैरिफ याचिका के अनुसार कोई भी एेसी श्रेणी नहीं है, जिसमें बिजली कंपनियों ने रेट न बढ़ाए हों।
यह किया गया है दावा
बिजली कंपनियों ने दावा किया है कि वे वर्ष 2018-19 में कुल 55936 मिलियन यूनिट बिजली बेचेंगीं। वर्तमान रेट के अनुसार यदि यह बिजली बेची जाती है, तो बिजली कंपनियों को 34065 करोड रुपए मिलेंगें, लेकिन यदि यही बिजली प्रस्तावित याचिका में दिए गए नए रेटों के आधार पर बेची जाती है, तो 38163 करोड़ रुपए में यह बिजली बिकेगी। जिससे बिजली कंपनियों को इससे 4098 करोड़ रुपए का फायदा होगा। जो 12.03 प्रतिशत होगा।
अपना घाटा पूरा करने की कवायद
रिटायर्ड अतिरिक्त मुख्य अभियंता व अधिवक्ता राजेन्द्र अग्रवाल के अनुसार बिजली कंपनियों का कुप्रबंधन और वहां व्याप्त भ्रष्टाचार इसके पीछे की मुख्य वजह है। बिजली कंपनियों को वित्तीय वर्ष 2013-14 में घाटा हुआ थ। यह घाटा 3919 करोड़ रुपए का था। इसी घाटे की पूर्ति के लिए बिजली कंपनियों ने टैरिफ में इतना बड़ा बदलाव किया, जो बिजली उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत साबित होगा। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियों द्वारा बढ़ाए गए टैरिफ का नियामक आयोग में विरोध किया जाएगा, जिससे इसे कम कराया जा सके।
नियामक आयोग में नई टैरिफ याचिका पेश कर दी गई है। टैरिफ लगभग 12 प्रतिशत बढ़ाया जा रहा है।
फिरोज मेश्राम, अतिरिक्त महाप्रबंधक, मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी

निम्मदाब
श्रेणी-विक्रय-प्रचलित दरों पर राजस्व-प्रस्तावित दरों पर राजस्व-प्रस्तावित दरों पर अतिरिक्त आय-प्रस्तावित औसत वृद्धि
घरेलू-15707-9755-10727-1150-12.01
गैर घरेलू-3437-2899-33214-314-10.85
सार्वजनिक जल प्रदाय संयंत्र व रोड लाइट-1315-775-866-91-11.79
निम्मदाब उद्योग-1451-1186-1327-141-11.88
कृषि पंप-21337-11007-12308-1301-11.82
ईवी चार्जिंग-03-02-02-00-00
योग-43250-25445-28443-2997-11.78
उच्च दाब
श्रेणी-विक्रय-प्रचलित दरों पर राजस्व-प्रस्तावित दरों पर राजस्व-प्रस्तावित दरों पर अतिरिक्त आय-प्रस्तावित औसत वृद्धि
रेलवे-11-54-54-00-00
कोयला खदाने-4 95-390-442-52-13.36
औद्योगिक-7104-4994-5637-643-12.88
गैर औद्योगिक-1145-861-972-111-12.88
शॉपिंग मॉल-104-81-91-10-12.93
गहन पावर उद्योग-2112-1256-1418-162-12.87
मौसमी-23-20-22-02-10.77
उच्चदाब सार्वजनिक जल प्रदाय संयंत्र, सिंचाई, कृषि संबंधित अन्य उपयोग-1103-648-732-84-12.99
थोक आवासीय उपभोक्ता-457-288-324-35-12.29
ग्रिड से संयोजित जनरेटकरों के लिए विद्युत उपयोग-22-22-23-0-00
एचटी ईवी चार्जिंग-09-6-06-00-00
योग-12686-8620-9720-1100-12.77
नोट
विक्रय- मिलियन यूनिट में
प्रचलित दरों पर राजस्व-रुपए करोड़ में
प्रस्तावित दरों पर राजस्व-रुपए करोड़ में
प्रस्तावित दरों पर अतिरिक्त आय-रुपए करोड़ में
प्रस्तावित औसत वृद्धि- प्रतिशत में
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो