प्रदेश में बिजली की मांग 10 नवम्बर से 14000 मेगावाट और 20 नवम्बर से 15000 मेगावाट के ऊपर दर्ज हो रही है। इस दौरान पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जबलपुर, सागर व रीवा संभाग में 4034 मेगावॉट, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के भोपाल व ग्वालियर संभाग में 4774 मेगावॉट और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर व उज्जैन संभाग में बिजली की अधिकतम मांग 6366 मेगावॉट दर्ज की गई। इसमें से रेलवे को 286 मेगावॉट बिजली दी गई।
जल और ताप विद्युुत गृहों से सप्लाई 23 नवम्बर को जब बिजली की मांग 15460 मेगावॉट दर्ज हुई, उस समय बिजली की सप्लाई में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप व जल विद्युत गृहों का उत्पादन 3649 मेगावॉट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का उत्पादन 949 मेगावॉट, सेंट्रल सेक्टर का 4441 मेगावॉट व आईपीपी का 2270 मेगावॉट उत्पादन रहा। वहीं 4151 मेगावॉट बिजली नवकरणीय स्त्रोतों व बैंकिंग के जरिए ली गई
प्रदेश का आंकड़ावित्तीय वर्ष अधिकतम मांग सर्वाधिक आपूर्ति 2017-18 12240 मेगावॉट 2355.12 लाख यूनिट 2018-19 14089 मेगावॉट 2658.69 लाख यूनिट 2019-20 14555 मेगावॉट 2654.11 लाख यूनिट 2020-21 15425 मेगावॉट 2954.77 लाख यूनिट
2021-22 15692 मेगावॉट 2986.16 लाख यूनिट 2022-23 15460 मेगावॉट 3027.43 लाख यूनिट