मांग बढऩे पर होता है उत्पादन-
रबी सीजन में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। बारिश थमने के दो माह बाद जल स्तर में 52 सेंटीमीटर की कमी आई है। इसलिए बिजली का उत्पादन हो रहा है। यहां बनने वाली बिजली लखनादौन और जबलपुर फीडर को आवंटित की जाती है।
बांध में पर्याप्त पानी-
बारिश के सीजन में दोनों यूनिट से बिजली उत्पादन होता है। वर्ष 2018 में बारिश शुरू होते ही दोनों टरबाइन चालू कर दिए गए थे। इसके बाद से लगातार विद्युत उत्पादन होता रहा। वर्ष 2019 में भी लगातार टरबाइन के जरिए बिजली उत्पादन किया गया। जानकारों की मानें इस बार भी पूरे वित्तीय वर्ष बिजली का उत्पादन होगा।
प्रदेश में बिजली की मांग
11600 मेगावॉट अधिकतम
9000 मेगावॉट न्यूनतम