electricity एलईडी से रोशन हो रहा यह शहर
जबलपुरPublished: Sep 24, 2019 08:21:36 pm
दुर्गोत्सव में 38 लाख यूनिट तक पहुंच सकती है बिजली खपत
बिजली कंपनी ने जारी की एडवाइजरी, कहा अस्थाई कनेक्शन लेकर ही रोशन करें पंडाल
जबलपुर, दुर्गोत्सव में संस्कारधानी की सडक़ें, गलियां और मोहल्ले रोशनी से सराबोर होंगें। इसके लिए जहां रामलीला, डांडिया, दुर्गोत्सव और विभिन्न आयोजन करने वाली समितियां तैयारियों में जुटी हैं, वहीं वितरण कंपनी भी अपने स्तर पर तैयारियां कर रही है। पहले दुर्गोत्सव में बिजली की मांग में भारी बढ़त होती थी, लेकिन दो से तीन सालों में जैसे ही एलईडी का प्रयोग बढ़ा है, तो दुर्गोत्सव में बिजली की मांग 10 से 12 प्रतिशत ही बढ़ रही है।
300 से अधिक कनेक्शन
जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष बिजली कंपनी ने शहर में 250 अस्थाई विद्युत कनेक्शन दुर्गोत्सव के दौरान किए थे। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार यह आंकड़ा 300 से 350 कनेक्शन तक पहुंच सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
– वायरिंग इत्यादि लायसेंसधारी विद्युत ठेकेदार से ही करवाएं।
– विद्युत लाइन के नीचे न लगाए पंडाल।
– आवश्यकतानुसार अर्थिंग वायर का करें उपयोग।
– लाइनों में गार्डिंग करवाएं।
– पंडाल में अच्छे प्रतिरोधक क्षमता वाले तारों का ही उपयोग करें।
– जोड़ों पर सही प्रकार के इन्सुलेशन टेप लगाएं।
– तारों को परदे तथा लकड़ी की सामग्री से दूर रखें।
– आवेदित भार से अधिक बिजली का उपयोग न करें।
38 लाख यूनिट हो सकती है मांग
वर्तमान में रोजाना शहर में 32 लाख यूनिट की मांग है। जिसकी आपूर्ति की जा रही है। दुर्गोत्सव में यह मांग 37 से 38 लाख यूनिट प्रतिदिन होने का अनुमान बिजली कंपनी के सिटी सर्किल ने लगाया है। इसके लिए मैंटनेंस भी शुरू कर दिया गया है।
यहां कर सकते है आवेदन
– निकटतम वितरण केन्द्र
– सहायक अभियंता कार्यालय
यह करना होगा
समितियों व उपभोक्ताओं को एक लिखित आश्वासन देना होगा कि आवेदित विद्युत भार से अधिक का उपयोग नहीं करेंगे तथा लायसेंसी विद्युत ठेकेदार की टेस्ट रिपोर्ट आवेदन में संलग्न होनी चाहिए। उपभोक्ताओं से कहा गया है कि
यह रहती है आशंका
अनधिकृत तरीके से विद्युत का उपयोग करने पर ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ता है और उसमें शार्ट सर्किट होने या उसके जलने का खतरा बढ़ जाता है। जिससे बड़े हादसे की आशंका रहती है।
वर्जन
– दुर्गोत्सव के पूर्व मैंटेनेंस किया जा रहा है। बिजली की मांग में बढोत्तरी होगी। लगभग 300 अस्थाई कनेक्शन होने की उम्मीद है।
आइके त्रिपाठी, अधीक्षण अभियंता, सिटी सर्किल