जबलपुरPublished: Jun 04, 2020 07:43:28 pm
prashant gadgil
पहले रोज आते थे 250 आवेदन अब 15 से कम
Lock down on construction of five billion in Bhilwara
जबलपुर. प्रदेश के किसी जिले या फिर मध्यप्रदेश से बाहर जाने और प्रदेश में दूसरे राज्यों से आने के लिए ई-पास की अनिवार्यता समाप्त किए जाने के बाद ई-पास कार्यालय में आवेदनों की संख्या नाममात्र की रह गई है। जिन्हें जरूरत है, वह आवेदन करते हैं और पास ऑटो जनरेट हो जाता है। ऐसे में अब रोजाना 15 से 20 आवेदन ही आ रहे है। जबकि लॉकडाउन के समय रोजाना अंतर जिला और दूसरे प्रदेशों के लिए रोजाना 200 से 250 आवेदन आते थे। अभी की स्थिति में कलेक्टर कार्यालय में बने ई-पास कार्यालय में जितने आवेदन आ रहे हैं, उनमें अधिकांश को कुछ समय बाद ही अपने आप अनुमति मिल जाती है। ई-पास के मामले में दूसरे राज्यों से जबलपुर आने वालों की संख्या अधिक रही है। अभी तक 15 हजार 655 से ज्यादा लोगों को यह जारी हो चुके हैं।
यहां से जाने के लिए 44 हजार लोग
जिल में ई-पास कार्यालय से प्रदेश के दूसरे जिलों के अलावा राज्यों में जाने के लिए 4 अप्रैल से अब तक करीब 44 हजार 150 पास जारी किए गए। इसमें 70 से 80 फीसदी अंतर जिला वाले आवेदन हैं। दूसरे राज्यों में जाने के लिए 15 से 20 फीसदी लोग रहे। अभी लेकिन दोनों ही प्रकार के पास के आवेदनों में कमी आई है।
अब यह हैं नियम
मध्यप्रदेश शासन ने प्रदेश में किसी भी जिले में जाने के लिए ई-पास की अनिवार्यता खत्म कर दी है। इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति दूसरे राज्यों से प्रदेश के किसी जिले में आता है या वह दूसरे प्रदेश में प्रवेश चाहता है तो उसे पास की जरूरत नहीं। लेकिन व्यक्ति अपनी सुविधा के लिए इसे शासन के पोर्टल पर आवेदन कर प्राप्त कर सकता है। यह ऑटो जनरेटेड है। इसमें किसी अधिकारी के हस्ताक्षर की जरूरत नहीं पड़ती।