पर्याप्त मात्रा में कच्चे माल की उपलब्धता
जबलपुर और आसपास के जिलों में पर्याप्त मात्रा में कच्चे माल की उपलब्धता होने से औद्योगिक क्षेत्र और निजी भूमि पर इसके उद्योग स्थापित होंगे। इसके लिए मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एमपीआइडीसी) ने भूमि आवंटित कर दी है। अन्य जरूरी प्रक्रियाओं के बाद प्लांट की स्थापना होगी।
वर्तमान में भी पेट्रोल और डीजल में सीमित मात्रा में एथेनॉल मिलााया जाता है। इसकी री-फिङ्क्षलग डिपो से होती है। टैंकों में ईंधन भरते समय नई प्रणाली को जोडकऱ इसका मिश्रण किया जाता है। भविष्य में इसका शुद्ध रूप से उपयोग किया जा सकता है। इसलिए अभी से सभी वाहनों में इसे मिलाना शुरू किया गया है।
60 एकड़ से अधिक भूमि आवंटित
जिले में चार जगहों शहपुरा, मनेरी, उमरिया-डुंगरिया और हरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र में 60 एकड़ से अधिक जमीन आवंटित की गई है। प्रत्येक प्लांट 100-100 केएल(किलो लीटर) से अधिक क्षमता का होगा। एमपीआइडीसी के अनुसार चारों प्लांट में 500 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इन प्लांटों में गन्ना और चावल से एथेनॉल बनाया जाएगा।
जिले में चार जगहों शहपुरा, मनेरी, उमरिया-डुंगरिया और हरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र में 60 एकड़ से अधिक जमीन आवंटित की गई है। प्रत्येक प्लांट 100-100 केएल(किलो लीटर) से अधिक क्षमता का होगा। एमपीआइडीसी के अनुसार चारों प्लांट में 500 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इन प्लांटों में गन्ना और चावल से एथेनॉल बनाया जाएगा।
यहां भी लगेंगे प्लांट
जबलपुर के अलावा बालाघाट जिले में 300 करोड़ रुपए की लागत से दो प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। दोनों प्लांट को 52 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। सिवनी में 150 करोड़ की लागत से एक प्लांट लगाया जाएगा। निजी निवेशक को 11 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई है।
जबलपुर के अलावा बालाघाट जिले में 300 करोड़ रुपए की लागत से दो प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। दोनों प्लांट को 52 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। सिवनी में 150 करोड़ की लागत से एक प्लांट लगाया जाएगा। निजी निवेशक को 11 हेक्टेयर जमीन आवंटित की गई है।
– 04 प्लांट लगाए जाएंगे जबलपुर में
– 60 एकड़ भूमि का आवंटन
– 500 करोड़ से ज्यादा का होगा निवेश
– 500 करोड़ रुपए का निवेश बालाघाट, सिवनी में भी होगा
– 80 एकड़ जमीन का आवंटन
– 60 एकड़ भूमि का आवंटन
– 500 करोड़ से ज्यादा का होगा निवेश
– 500 करोड़ रुपए का निवेश बालाघाट, सिवनी में भी होगा
– 80 एकड़ जमीन का आवंटन
पूरे महाकोशल क्षेत्र में एथेनॉल के उत्पादन की व्यापक सम्भावनाएं हैं। इसलिए निवेशक यहां इकाइयां लगा रहे हैं। जबलपुर सिवनी, बालाघाट के अलावा ङ्क्षछदवाड़ा, नरङ्क्षसहपुर और मंडला में भी जमीन आवंटित की गई है। लगभग एक हजार करोड़ रुपए के निवेश से रोजगार के अवसर खुलेंगे।
सीएस धुर्वे, कार्यकारी संचालक, एमपीआइडीसी, जबलपुर
सीएस धुर्वे, कार्यकारी संचालक, एमपीआइडीसी, जबलपुर