माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा में फेल हुए छात्र-छात्राओं को फिर से रुक जाना नहीं योजना के तहत पास होने के लिए मौका दिया गया। शुक्रवार से परीक्षा शुरू हुई। शहर में 8 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिसमें करीब 5000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में हिस्सा लिया। परीक्षा के प्रश्न-पत्र माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड द्वारा एक दिन पहले ही जिले में भेज दिए थे। यह परीक्षा दो पारियों में आयोजित की गई। परीक्षाओं का जिला शिक्षा अधिकारी सुनील नेमा ने जायजा लिया। जिले के सभी आठों परीक्षा केंद्र, जिसमें महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शासकीय उत्कृष्ट मॉडल स्कूल, शास. कन्या व्यवहार बाग, शासकीय माध्यमिक विद्यालय बेलबाग, शासकीय मेडिकल, शासकीय कन्या उमावि रानी दुर्गावती स्कूल एवं शासकीय कन्या करौंदी ग्राम रांझी में सेंटर बनाए गए थे।
फेल होकर रुक जाना गलत
जीवन में फेल होने से डरने की बजाय उसका मुकाबला किया जाए तो निश्चित तौर पर एक दिन सफलता मिलती है, लेकिन यदि हम फेल हो जाने पर दोबारा कोशिश ही नहीं करें तो सफलता और असफलता का सवाल ही नहीं रह जाता है। इसलिए विद्यार्थी जीवन की असफलताओं से सीख लेकर आगे बढऩे का प्रयास करना चाहिए। छात्रों की इसी उद्देश्य पूर्ति के लिए शासन ने रुक जाना योजना की शुरुआत की है। इसका लाभ उठाकर छात्र मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।