यह है मामला
चैतन्य सिटी बिलहरी निवासी पवन दुबे (24) पर चग्गर फार्म के पास बाइक सवार युवकों ने फायर कर दिया था। आरोपितों ने पवन पर सात राउंड फायर किए। गोली लगने के कारण पवन की मौके पर ही मौत हो गई। प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि जिस वक्त पवन पर हमला हुआ, उस वक्त दोस्त ब्रजेश पटेल उसके साथ था। जांच में खुलासा हुआ कि पवन के यहां किराए से रहने वाले संजय मिश्रा और उसके साथियों ने वारदात को अंजाम दिया था।
ग्वालियर में रचा षडय़ंत्र
जानकारी के अनुसार पवन की हत्या का षडय़ंत्र ग्वालियर में रचा गया। हत्याकांड का मास्टर माइंड मूलत: ग्वालियर निवासी संजय मिश्रा का दोस्त कमल सिंह था। कमल ने ग्वालियर में ही रहने वाले एक अन्य युवक को भी इस काम के लिए चुना। उसे रुपए देने का आश्वासन दिया गया। जिसके बाद प्लान के तहत 17 मार्च को ट्रेन में सवार होकर 18 मार्च को कमल, संजय और वह युवक शहर पहुंचे। तीनों आरोपितों ने एक पूर्व सरपंच के बेटे राजेश के घर को ठिकाना बनाया। आरोपितों के मंसूबों से अंजान राजेश ने उन्हें घर में रहने की इजाजत दे दी।
प्रेम संबंध बने कारण
पुलिस के अनुसार संजय मिश्रा यहां चैतन्य सिटी में किराए के मकान में रहता था। पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि संजय के यहां एक महिला से प्रेम संबंध हो गए थे। यह बात पवन को पता चल गई थी। पवन ने इस बात पर एतराज भी जताया था। अंतत: संजय ने पवन को पूरी तरह से रास्ते से हटाने का षडय़ंत्र रचा, जिसकी परिणित इस सनसनीखेज वारदात के रूप में सामने आयी। पुलिस विभिन्न कोणों से प्रकरण की जांच कर रही है।
गिरफ्तारी की, फिर लिया रिमांड
वारदात के बाद ग्वालियर गई पुलिस टीम ने कमल को पकड़ा। बुधवार को उसे शहर लाया गया। पूछताछ में कमल ने षडय़ंत्र में शामिल होने की बात कबूल कर ली। जिसके बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज कर गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। गोराबाजार थाना प्रभारी अनिल गुप्ता के अनुसार अभी टीम को ग्वालियर भेजा जा रहा है। टीम के आने के बाद कुछ और राज खुलने की उम्मीद है।