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42 सौ का माइक्रोवेव, देने पड़ गए 53 हजार, जाने कैसे

locationजबलपुरPublished: Sep 27, 2019 11:34:31 pm

Submitted by:

santosh singh

fake customer care:ठगी का फंडा सुनकर चकरा जाएगा भेजा, मोबाइल पर लिंक भेजा, खाते से निकाल लिए 49 हजार, फर्जी कस्टमर केयर सर्विस सेंटर के नम्बर से ठगी

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जबलपुर. एनीडेस्कटॉप एप के माध्यम से ठगी का नया मामला शुक्रवार को सामने आया। 4200 रुपए का माइक्रोवेव (microwave) खरीदने वाले ग्राहक ने डेमो दिखाने के लिए गूगल से कस्टम केयर का नम्बर ढूंढ़ा। उधर, से एक लिंक भेज कर 50 रुपए का भुगतान करने के लिए कहा गया। ग्राहक ने उस लिंक को ओपन कर भुगतान किया तो उसके खाते से दो बार में 49 हजार रुपए निकल गए। पीडि़त ने तुरंत राज्य सायबर सेल रामपुर कार्यालय पहुंच कर शिकायत दी। जब तक आरोपी के खाते को सर्च कर कैश निकासी पर रोक लगायी जाती, वह रकम निकाल चुका था। उसके खाते में महज 900 रुपए ही शेष थे।
माइक्रोवेव का डेमो देखने से पहले लग गयी चपत
विजय नगर मथुरा विहार निवासी जयेश सांवला ने शिकायत कर बताया कि उन्होंने 15 अगस्त को साउथ एवेन्यू मॉल से 42 सौ रुपए में माइक्रोवेव खरीदा था। उस समय शॉपिंग सेंटर के कर्मियों ने घर पहुंच कर डेमो दिखाने की बात कही थी। अब तक वहां से कोई कर्मी नहीं आया।

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IMAGE CREDIT: patrika

गूगल पर सर्च किया था शॉपिंग सेंटर के कस्टमर केयर का नम्बर
शुक्रवार को जयेश ने गूगल पर सर्च कर इस शॉपिंग सेंटर के कस्टमर केयर का 6289929588 ढूंढ़ा। इस पर बात की तो उसने अपने अधिकारी का नम्बर 7735748014 देते हुए बात करायी। वहां से कहा गया कि लिंक भेज रहे हैं, इस पर 50 रुपए का भुगतान करना होगा।
दो बार में निकल गए 49 हजार रुपए
इसके बाद उसके मोबाइल पर दो बार ओटीपी आया और उसके देना बैंक के खाते से 19 हजार 900 रुपए व 29 हजार रुपए निकल गए। ये पैसा बैंगलुरु में कोटक महिंद्रा बैंक के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। बाद में उसमें से भी पैसे निकाल लिए गए। खाते में महज नौ सौ रुपए बचे थे, जिसकी निकासी पर राज्य सायबर सेल ने रोक लगवा दी है।

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मोबाइल पर मिले लिंक को न करें ओपन
गूगल पर जालसाज अलग-अलग कस्टमर केयर खासकर नामी कम्पनियों के नाम से मोबाइल नम्बर सेव करते हैं। फिर उस पर फोन करने वालों को इसी तरह 10 से लेकर 50 रुपए का भुगतान के लिए लिंक भेजते हैं। ऐसा करते ही उनके खाते से पैसे निकाल लेते हैं। किसी भी लिंक को ओपन कर कभी भी भुगतान न करें।
अंकित शुक्ला, एसपी, राज्य सायबर सेल, जबलपुर जोन

 

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